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सिंगरौली विधानसभा: बीजेपी का अभेद्य किला तोड़ पाएगी कांग्रेस?

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 590 किलोमीटर की दूरी पर सिंगरौली विधानसभा है. प्रदेश की सीमा के हिसाब से यह मध्यप्रदेश उत्तर प्रदेश की सीमावर्ती विधानसभा भी है. अपनी खनिज और वन्य सम्पदा के कारण यह विधानसभा जितनी चर्चा में रहती है, उतनी ही चर्चा इस विधानसभा के चुनावी समीकरण को लेकर होती रहती है. साल 2018 चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को यहां जीत मिली, इस जीत को रोमांचक बनाया था आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी ने. यहां चुनाव त्रिकोणीय रहा था.

सिंगरौली विधानसभा का चुनावी इतिहास दिलचस्प रहा है. तीन बार लगातार भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज कर इस विधानसभा को अभेद्य किला बनाया. लेकिन कांग्रेस पार्टी अपने इतिहास को दोहराते हुए वापसी करने की तैयारी में जुटी हुई है. सिंगरौली विधानसभा में चुनाव त्रिकोणीय एवं चतुष्कोणीय हुआ करता है. पहले यहां बीजेपी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और सपा की टक्कर देखी जाती थी. साल 2018 के चुनाव से यहां आम आदमी पार्टी ने मजबूत दस्तक दी है. यह विधानसभा सीधी संसदीय क्षेत्र में आती है.

सिंगरौली विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत हुए नगरीय चुनाव में आम आदमी पार्टी की रानी अग्रवाल ने जीत दर्ज कर सभी को अचरज में डाल रखा है. 2018 विधानसभा चुनाव में ये तीसरे नम्बर रहीं थी, तो महापौर चुनाव में जीत कर बीजेपी, कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. रानी अग्रवाल बीजेपी से अलग होकर आम आदमी पार्टी में गईं और इस विधानसभा में चुनाव रोमांचक स्थिति में पहुंच गया.

1998 से 2018 तक के विधानसभा चुनाव परिणाम पर एक नजर

•विधानसभा चुनाव वर्ष 2018 सिंगरौली से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राम लल्लू वैश्य को 36706 वोट मिले यानी लगभग 25%. इनकी नजदीकी उम्मीदवार रहीं कांग्रेस की रेणुका शाह, इन्हें 32980 वोट मिले यानी लगभग 22% वोट. तीसरे नम्बर पर रहीं आम आदमी पार्टी की रानी अग्रवाल. इन्हें 32167 वोट मिले यानी लगभग 22 %. इस चुनाव में जीत का अंतर 3726 वोट का था. इस चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच आम आदमी पार्टी ने संघर्ष को नज़दीकी बनाया था.

•विधानसभा चुनाव वर्ष 2013 में सिंगरौली से बीजेपी के प्रत्याशी राम लल्लू वैश्य को 48293 वोट मिले यानी लगभग 36%. इनके नजदीकी उम्मीदवार रहे कांग्रेस के भुवनेश्वर सिंह राजा बाबा. इन्हें 37733 वोट मिले यानी लगभग 27%. इस चुनाव में जीत का अंतर 10560 वोट का था.

•विधनसभा चुनाव वर्ष 2008 में सिंगरौली से बीजेपी के प्रत्याशी राम लल्लू वैश्य को 37552 वोट मिले यानी लगभग 40%. इनके नजदीकी रहे उम्मीदवार कांग्रेस के राम अशोक वर्मा. इन्हें 14462 वोट मिले यानी लगभग 14%. इस चुनाव में जीत का अंतर 23900 वोट का था.

•विधनसभा चुनाव वर्ष 2003 में सिंगरौली से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी वंशमणि प्रसाद वर्मा को 37100 वोट मिले यानी लगभग 26%. इनके नजदीकी रहे उम्मीदवार बीजेपी के राम चरित्रा. इन्हें 31507 वोट मिले. इस चुनाव में जीत का अंतर 5436 वोट का था.

•विधनसभा चुनाव वर्ष 1998 में सिंगरौली से कांग्रेस के प्रत्याशी नरेंद्र प्रताप सिंह मुन्नू को 34430 वोट मिले यानी लगभग 42%. इनके नजदीकी रहे उम्मीदवार बीजेपी के मिथिलेश प्रसाद मिश्रा वकील. इन्हें 26894 वोट मिले यानी लगभग 33% वोट. इस चुनाव में जीत का अंतर 15584 वोट का रहा था.