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GST से महंगी होती हैं रोज़मर्रा की चीजें, जानिए क्यों चर्चा में हैं वित्त मंत्री और श्रीनिवासन?

दूध UNPAKED हो तो उसपर 0% GST लगता है लेकिन पैक्ड हो तो उसपर 5% GST लगाया जाता है. अगर दूध गाढ़ा हो तो उसपर GST बढ़कर 12% हो जाता है. ऐसे में यह GST कौन और कैसे निर्धारित करता है आइए समझते हैं.

देश में GST (GOODS AND SERVICES TAX) साल 2017 में लागू किया गया. इसे देश का टैक्स में सबसे बड़ा और अहम सुधार माना गया. अलग-अलग स्तर पर INDIRECT TAX से लोगों को छुटकारा भी मिल गया. GST लागू होने के बाद से टैक्स प्रक्रिया काफी आसान हो गयी. हालांकि GST के आने के साथ ही लोगों ने इसका विरोध भी करना शुरू कर दिया. तो कई ऐसे भी लोग थे जो इसका समर्थन कर रहे थे. समय का पहिया घूमा और विरोध के स्वर तेज होते गए. ऐसे में आम जनता को यह जानना जरूरी है कि GST के लागू होने से कैसे रोजमर्रा की चीजें महंगी होती हैं.

ताजा मामला देश के प्रतिष्ठित व्यापारी (BUSINESSMAN) श्रीनिवासन और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) से जुड़ा हुआ है. जिसके बाद एक बार फिर से GST की चर्चा तेज हो गई है. बता दें कि 11 सितंबर 2024 वित्त मंत्री निर्मला सितारमण तमिलनाडु के कोयंबटूर में व्यापारियों के साथ एक बैठक कर रहीं थीं. इसी बीच मशहूर होटल चेन श्री अन्नपूर्णा के मालिक श्रीनिवासन GST को लेकर निर्मला सितारमण से एक सवाल पूछते हैं. श्रीनिवासन कहते हैं कि सादे बन पर कोई GST नहीं लगती लेकिन क्रीम वाले बन पर 18% GST लगती है. जिसकी वजह से लोग कहते हैं कि हमें बन और क्रीम अलग-अलग दे दो हम खुद से बन पर क्रीम लगा लेंगे.

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बात पर मुस्कुराने लगती हैं और जल्द ही इसपर विचार करने का आश्वासन देती हैं. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो काफी वायरल हुआ. हालांकि इसके बाद एक और वीडियो वायरल होता है जिसमें श्रीनिवासन, वित्त मंत्री से माफ़ी मांगते नजर आते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि सरकार ने मिठाइयों पर 5% और नमकीन पर 12% जीएसटी लगाया है. उत्तर में लोग मिठाइयां ज्यादा खाते हैं जबकि तमिलनाडु में अक्सर मिठाई, नमकीन और कॉफी का सेवन एकसाथ किया जाता है. इसलिए केंद्र को इन चीजों पर एक समान जीएसटी दर लागू करना चाहिए. वहीं जीएसटी के भ्रम के कारण कंप्यूटर भी फंस रहा है.

कौन निर्धारित करता है GST की दरें
आम तौर पर लक्ज़री चीजों के लिए जीएसटी दरें सबसे ज्यादा होती हैं और ज़रूरत की वस्तुओं के लिए सबसे कम होती हैं. देश में GST की दरें GST परिषद् निर्धारित करती है. भारत में विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं के लिए जीएसटी दरों को चार स्लैब में बांटा गया है जिसमे 5% जीएसटी, 12% जीएसटी, 18% जीएसटी और 28% जीएसटी शामिल है. वहीं कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिस पर 0% GST लागू किया गया है.

डेरी प्रोडक्ट में कितना GST
बता दें कि खुले दूध, पाश्चुरीकृत दूध और बिना लेबल का दही और लस्सी, अनपैक्ड और अनलेबल्ड छाछ, बिना पैक और लेबल वाला पनीर इन सब पर फिलहाल 0% GST लगता है. जबकि अल्ट्रा हाई टेम्परेचर वाले दूध, लेबलयुक्त दही, लस्सी, मक्खन और क्रीम में अगर चीनी या अन्य मीठा पदार्थ शामिल है तो उनपर 5% GST लगाया जाता है. वहीं जब ये दूध गाढ़ा हो तो उस पर GST बढ़ कर 12% हो जाता है. इसके साथ-साथ मक्खन, घी, तेल, पनीर और दूध युक्त पेय पदार्थ पर भी 12% GST लगता है. इसके अलावा डेयरी मशीनरी पर 18% GST लगाया जाता है. इस तरह आप देख सकते हैं की अगर दूध UNPAKED हो तो उसपर 0% GST लगता है लेकिन पैक्ड हो तो उसपर 5% GST लगाया जाता है. अगर दूध गाढ़ा हो तो उसपर GST बढ़कर 12% हो जाता है.

रोजमर्रा की चीजों में कितना GST
गुड़, ताज़ी सब्जियां, बिना ब्रांड वाला आटा, बेसन, अनब्रांडेड मैदा, नमक, बिना ब्रांड वाला प्राकृतिक शहद इन सब पर भी 0% GST लगता है. कोयला, खाद्य तेल, किशमिश, घरेलू एलपीजी, भुनी हुई कॉफी बीन्स, केरोसिन, मिल्क पाउडर, काजू, कपड़ा, मसाले, अगरबत्ती और मिठाई पर 5% GST लगता है. इसके अलावा 500 रुपए से कम के जूते और 1000 रुपए से कम के कपड़ों पर 5% GST लगता है. कंप्यूटर, बना हुआ खाना, बादाम, मोबाइल, फलों का रस, पैक्ड नारियल पानी आदि चीजों पर 15% GST लगता है. वहीं 18% GST लगाने वाले उत्पादों में हेयर आयल, टूथपेस्ट, पास्ता, सूप, प्रिंटर आदि शामिल हैं. वहीं छोटी कारें, उच्च श्रेणी की मोटर साइकिल, एसी और फ्रिज जैसे उपभोक्ता टिकाऊ सामान बीएमडब्ल्यू, सिगरेट, ड्रिंक्स और लक्ज़री वस्तुओं पर 28% GST लगता है.

GST का पूरा लेखा-जोखा समझने के लिए देखिए ये वीडियो।।