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सावधान! आपके पानी में है ‘जहर’, FSSAI की हाई रिस्क कैटेगरी में पैक्ड मिनिरल वाटर

हम में से कई लोग अक्सर पैक्ड मिनिरल वाटर (Mineral Water) का सेवन करते है. यह सोच कर की पैक्ड मिनिरल वाटर साफ़ और शुद्ध होता है. लेकिन हाल ही में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण FSSAI की एक रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है. दरअसल, पैक्ड वाटर और मिनरल वाटर को “उच्च जोखिम वाले खाद्य पदार्थों” यानि की High Risk Food category की श्रेणी में शामिल किया है. हालांकि कि यह पहली बार नहीं है जब FSSAI ने पैक्ड पानी को इस श्रेणी में रखा है. इससे पहले भी यह कदम उठाया गया था, लेकिन अब इसे लेकर और अधिक सख्त मानदंड लागू किए जा रहे हैं. ऐसे में आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम बताएं कि खाद्य पदार्थों की श्रेणी (High Risk Food category) क्या होती है और इनमें किन खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है.

बता दें कि फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने अब सभी पैकेज्ड ड्रिंकिंग और मिनरल वाटर को ‘उच्च जोखिम’ श्रेणी में रखने का फैसला लिया है. इसके साथ ही उनकी निर्माण सुविधाओं पर सख्त नियंत्रण और सालाना निरीक्षण अनिवार्य कर दिया हैं. खास बात यह है कि ‘उच्च जोखिम’ श्रेणी यानी High Risk category में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है, जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकते हैं. इन खाद्य पदार्थों में वैक्टिरिया, वायरस या अन्य हानिकारक तत्वों के बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है. इसकी वजह से , इन्हें सख्त गुणवत्ता नियंत्रण यानी strict quality control और नियमित निरीक्षण के दायरे में रखा जाता है. ऐसे खाद्य पदार्थ जिनपर सही ढंग से निगरानी नहीं रखी गई हो, तो उनके गंभीर स्वास्थ्य परिणाम देखने को मिल सकते हैं.

भारतीय मानक ब्यूरो
यह फैसला अक्टूबर 2023 में भारतीय मानक ब्यूरो के certification को हटाने के बाद लिया गया है. BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) भारत की राष्ट्रीय मानक निर्धारण संस्था है, जो उद्योग, उत्पादों और सेवाओं के लिए मानक तैयार करने और उनके पालन की निगरानी का कार्य करती है. BIS का मुख्य उद्देश्य देश में उत्पादों की गुणवत्ता, सुरक्षा, और विश्वसनीयता सुनिश्चित करना है. BIS, के हटने से एक नियामक अंतर पैदा हो गया था. FSSAI ने इस अंतर को भरने के लिए सख्त निगरानी और गुणवत्ता मानकों को लागू करने का निर्णय लिया है.

FSSAI का फैसला
कई बार पैक्ड मिनरल वाटर में अशुद्धता, प्रदूषक या हानिकारक तत्व पाए जाते हैं, जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं. गुणवत्ता मानकों का पालन न करना, छोटे या अवैध उत्पादकों द्वारा नियमों का पालन न करना, जैसे पानी की सही फिल्ट्रेशन और पैकेजिंग न होना. इसके अलावा बढ़ती मांग और कम गुणवत्ता की चुनौती ट्रैवल और शहरीकरण के कारण पैक्ड पानी की मांग तेजी से बढ़ी है, जिससे गुणवत्ता नियंत्रण चुनौतीपूर्ण हो गया है.

FSSAI और BIS
FSSAI के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पहले निर्माताओं को FSSAI और BIS दोनों के मानदंडों का पालन करना पड़ता था. इस नई नीति के आने से अब निर्माता केवल FSSAI द्वारा निर्धारित मानकों का ही पालन करेंगे. इससे पहले, FSSAI ने डेयरी उत्पाद, मांस, पोल्ट्री, मछली, अंडे, मिठाइयां और पोषण संबंधी उत्पादों को उच्च जोखिम वाले खाद्य पदार्थों की श्रेणी में वर्गीकृत किया था.

पानी उत्पादकों को निर्देश
सभी पैकेज्ड पानी निर्माताओं को अपनी उत्पादन सुविधाओं का सालाना निरीक्षण कराना होगा. तृतीय पक्ष खाद्य सुरक्षा (Third Party Food Safety) में निर्माताओं को खाद्य सुरक्षा की जांच के लिए किसी तीसरे पक्ष से ऑडिट कराना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी उत्पाद गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का पालन कर रहे हैं या नहीं. जिसके तहत पानी की शुद्धता और पैकेजिंग प्रक्रिया के लिए कड़े गुणवत्ता मानक लागू किए गए हैं. पानी के हर बैच का परीक्षण कर यह सुनिश्चित करना होगा कि उसमें कोई हानिकारक तत्व न हों. पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर और मिनरल वाटर को अब डेयरी उत्पाद, मांस, और अंडों जैसे उच्च जोखिम वाले खाद्य पदार्थों की श्रेणी में रखा गया है. BIS प्रमाणन हटाए जाने के बाद, अब केवल FSSAI के मानकों का पालन करना होगा, जिससे नियामक प्रक्रिया सरल हो गई है.

3,790 मिलियन डॉलर है बोतलबंद पानी का बाजार
ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के अनुसार, भारत में बोतलबंद पानी का बाजार 2023 में करीब 3,790 मिलियन डॉलर का था. 2030 तक इसके 8,922 मिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. हालांकि इस उद्योग का 80% हिस्सा असंगठित है, जिससे गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का पालन करना बड़ी चुनौती बन जाता है. ऐसे में FSSAI ने सख्त नियम लागू किए हैं, जैसे तृतीय-पक्ष ऑडिट और सालाना निरीक्षण, ताकि उपभोक्ताओं को साफ और सुरक्षित पानी मिल सके.

FSSAI के बारे में अधिक जानकारी के लिए देखिए पूरा वीडियो।।