दिल्ली में तमाम रस्साकसी के बाद बुधवार 5 फरवरी यानि आज सुबह 7 बजे से दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहे हैं. चुनाव की आगामी प्रक्रिया में भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के अनुसार, 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी. चुनाव आयोग के मुताबिक दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में 13,033 मतदान केंद्र बनाए गए थे. जिसने शाम 5 बजे तक 57.7 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
आप और भाजपा के बीच गरमाया रहा मुद्दा
चुनावी हलचल के बीच सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपाई बड़ी मुस्तैदी के साथ खुद को अप्रवासियों का हितैषी और सामने वाले को अप्रवासी विरोधी साबित करने में डटे रहे. सत्तारूढ़ पार्टी आप की अप्रवासी विरोधी बयानबाजी खासकर तब स्पष्ट रूप से सामने आई जब विगत माह दिल्ली नगर निगम ने तमाम सरकारी स्कूलों को आनन-फानन में‘अवैध बांग्लादेशी प्रवासी’ बच्चों का नामांकन रोकने के सख्त निर्देश दे डाले.इतना ही नहीं ऐसे छात्रों की नागरिकता पर ‘संदेह’ होने की स्थिति में पुलिस को सूचित करने का भी फ़रमान जारी कर दिया.
यहां स्पष्ट रूप से यह बात सामने आ गई कि चुनावों से ठीक पहले दिल्ली में दोनों ही प्रत्याशी राजनैतिक दलों में अपने आप्रवासी-विरोधी रुख और बयानबाजी के रवैए में अपनी-अपनी विपक्षी पार्टी को न सिर्फ लग्गी फंसाते रहे बल्कि, उन्हें धराशाई करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. जिससे अतीत में और अन्य सामाजिक-राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों में,राजनीतिक दलों में,विशेष रूप से दक्षिणपंथी विचारधाराओं को मानने वालों को, अपने चुनावी उद्देश्यों को मजबूत करने में मदद की है.
कौन होगा दिल्ली की गद्दी का अगला वारिस?
अब देखना होगा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में किसके सर दिल्ली की गद्दी का ताज बैठने वाला है. 25 साल बाद बीजेपी और 15 साल से इंतजार में बैठी कांग्रेस की वापसी होगी या एक बार फिर आम आदमी पार्टी पूरी बहुमत के साथ दिल्ली की गद्दी पर राज करने वाली है.