आखिरकार जिस खबर का हर किसी को बेसब्री से इंतजार था वो घड़ी आ ही गई. दिल्ली में सीएम फेस का चेहरा सामने आ ही गया. रेखा गुप्ता देश की राजधानी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनी हैं. उन्होंने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. बुधवार को उन्हें भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया. रेखा गुप्ता के सामने दिल्ली में एक मज़बूत विपक्ष भी होगा और देश की राजधानी होने की वजह से दिल्ली की राजनीति पर दुनियाभर की नज़रें होती हैं. ऐसे में विश्लेषकों का कहना है कि रेखा गुप्ता के लिए दिल्ली का ताज आसान नहीं होगा. उनके सामने पार्टी के अंदर और बाहर दोनों मोर्चों पर चुनौतियां होंगीं. दिल्ली में बेहतर प्रशासन और चुनाव के दौरान किए गए बीजेपी के घोषणा पत्र को भी पूरा करने की चुनौती होगी.
अब तक कितनी महिलाएं रहीं दिल्ली की सीएम
ख़ास बात यह भी है कि आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी का जन्म जिस दिल्ली में हुआ है, वहीं पहली बार विपक्ष में आई हैं, इसलिए रेखा गुप्ता के सामने चुनौतियां ज़्यादा बड़ी हो सकती हैं. रेखा से दिल्ली में 3 महिला मुख्यमंत्री हो चुकी हैं. रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं. दिल्ली की सबसे पहली महिला मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज बनी, सुषमा स्वराज साल 1998 में केवल 52 दिनों के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. इसके बाद लंबे समय तक दिल्ली की सीएम रहीं कांग्रेस की शीर्ष नेताओं में से एक शीला दीक्षित. सुषमा स्वराज के बाद शीला दीक्षित दिल्ली की दूसरी महिला मुख्यमंत्री रही हैं. शीला दीक्षित साल 1998-2013 तक दिल्ली की बागडोर संभाली. दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री के तौर पर आतिशी को यह जिम्मेदारी मिली थी. पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी को सीएम बनने का मौका मिला था. आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी मार्लेना 21 सितंबर 2024 से 9 फरवरी 2025 तक दिल्ली की सत्ता संभाली है.

कितने लोग थे सीएम की रेस में
हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी को क़रीब 30 हज़ार वोटों से हराया था. चुनाव के बाद दिल्ली में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रवेश वर्मा, विजेंद्र गुप्ता अजय महावर और रेखा गुप्ता समेत पार्टी को कुछ और वरिष्ठ नेताओं का नाम चल रहा था. अंतत: इस रेस में रेखा गुप्ता को जीत मिली.
ये भी पढ़ें- Ken-Betwa River Linking Project: पन्ना के विस्थापित गांवों की ज़मीनी शिक्षा के क्या हैं हालात?
हरियाणा से मिले दिल्ली को इतने सीएम
रेखा गुप्ता मूल रूप से हरियाणा की हैं. वो वैश्य समुदाय से आती हैं और ये दो पहलू भी उनके पक्ष में गए. वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी ने एक वार से आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की राजनीति को एक घेरे में बांध दिया है. वो हरियाणा की पृष्ठभूमि लेकर वैश्य वर्ग को आकर्षित कर रहे थे. जिसे बीजेपी ने पलट दिया है.
दिल्ली के राजनीतिक सफऱ को देखें तो इसमें सबसे बड़ा योगदान हरियाणा का रहा. हरियाण देश की राजधानी दिल्ली को तीन मुख्यमंत्री दिया है. पहली सुषमा स्वराज दूसरे अरविंद केजरीवाल और तीसरी रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री हैं.
कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री बना कर महिला वोटरों को ये संदेश देना चाहती है कि वो उनके हित में काम करेंगीं. कुछों का यह भी कहना है कि रेखा गुप्ता को दिल्ली का सीएम बनना बीजेपी की राज्यों में जातीय समीकरण बनाने की रणनीति का भी हिस्सा है.
ये भी पढ़ें-ADR Report: दिल्ली विधानसभा 2025 में विधायकों की संपत्ति और अपराधी रिकॉर्ड का पर्दाफाश