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Toggleस्केटिंग योद्धा रुद्र: गो रक्षा का संदेश लेकर 8 राज्यों का सफर
स्केटिंग योद्धा रुद्र: कटनी जिले के हरदुआ कलां गांव के एक उत्साही युवा, रुद्र ने स्केटिंग को अपना माध्यम बनाकर एक असाधारण पहल की है. गो रक्षा के महत्वपूर्ण संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के दृढ़ संकल्प के साथ, रुद्र पिछले नौ महीनों में स्केटिंग करते हुए भारत के आठ विभिन्न राज्यों में 15,000 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं.
उनकी यह अनोखी यात्रा न केवल उनके अद्भुत साहस का परिचय देती है, बल्कि गौ माता के प्रति उनके गहरे आदर और समर्पण को भी दर्शाती है.
बारह ज्योतिर्लिंगों और चार धामों की परिक्रमा का संकल्प
अपनी इस विशाल यात्रा की शुरुआत रुद्र ने पिछले वर्ष 9 अगस्त को पवित्र नगरी उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर से की थी. उनका उद्देश्य केवल गो रक्षा का संदेश प्रसारित करना ही नहीं है, बल्कि सनातन धर्म के अत्यंत महत्वपूर्ण स्थलों – बारह ज्योतिर्लिंगों और चार धामों की भी यात्रा करना है.
अपनी यात्रा के क्रम में, वे बीते शुक्रवार की शाम मैहर होते हुए सतना पहुंचे. अब यहां से उनका अगला पड़ाव चित्रकूट होगा, जिसके पश्चात वे केदारनाथ धाम की ओर अपनी यात्रा जारी रखेंगे.
एक अप्रिय घटना बनी प्रेरणा का स्रोत
रुद्र के इस असाधारण संकल्प के पीछे एक हृदयस्पर्शी घटना छिपी है. उन्होंने बताया, “एक दिन मैं मोटरसाइकिल चला रहा था, तभी मेरी टक्कर एक गाय से हो गई और वह बुरी तरह घायल हो गई. इस घटना ने मेरे मन पर गहरा प्रभाव डाला. उसी क्षण मैंने सनातन धर्म और गौ रक्षा के महत्व को लोगों तक पहुंचाने का दृढ़ निश्चय कर लिया.” इस घटना ने रुद्र के जीवन को एक नया और महत्वपूर्ण उद्देश्य प्रदान किया.

दुर्गम राहें, अटूट इरादा
अपनी स्केटिंग यात्रा के दौरान रुद्र को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. प्रतिदिन 80 से 100 किलोमीटर की दूरी तय करना एक कठिन चुनौती थी. उन्हें कई बार भोजन और पानी की कमी का सामना करना पड़ा, और यहां तक कि घने जंगलों में भी रात बितानी पड़ी.
लेकिन रुद्र का संकल्प इतना अडिग था कि हर मुश्किल उनके मजबूत इरादे के सामने छोटी पड़ गई. अपनी यात्रा के शुरुआती दिनों में, बिना किसी बाहरी सहायता के उन्होंने तीन दिनों में 500 किलोमीटर की अविश्वसनीय दूरी तय की थी.
सतना में मिला आदर और स्नेह
बीते शुक्रवार की शाम जब रुद्र सतना पहुंचे, तो स्थानीय निवासियों ने उनके इस अद्वितीय प्रयास के लिए उनका हार्दिक स्वागत और सम्मान किया. रात्रि विश्राम के पश्चात, रुद्र ने अपनी यात्रा को आगे बढ़ाया.
वे अपनी पीठ पर एक छोटा सा बैग और हाथ में भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर अपने लक्ष्य की ओर अविचल गति से बढ़ रहे हैं. रुद्र की यह स्केटिंग यात्रा न केवल गो रक्षा के संदेश को प्रसारित कर रही है, बल्कि युवाओं को अपने लक्ष्यों के प्रति दृढ़ संकल्पित रहने और समाज के लिए कुछ विशेष करने की प्रेरणा भी दे रही है.