कोतमा विधानसभा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 578 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह सीट शहडोल संभाग एकमात्र सामान्य सीट है। इसके साथ इस सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है क्योंकि यहां पारंपरिक तौर पर कांग्रेस का कब्जा चलता रहा है।
कोतमा विधानसभा का इतिहास:–
अगर कोतमा विधानसभा के इतिहास की बात की जाए तो यहां विगत कई वर्षों से कांग्रेस और बीजेपी के जीतने का क्रम चलता आ रहा है। वर्ष 2018 के चुनाव में कोतमा विधानसभा सीट के लिए एक तरफ कांग्रेस से सुनील सराफ चुनावी मैदान में थे तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी से दिलीप कुमार शामिल थे। जिसके बाद दोनों के बीच काटे की टक्कर के बाद सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी सुनील सराफ ने जीत दर्ज की थी।
1998 से 2018 तक के विधानसभा चुनाव के परिणाम पर एक नजर-:
वर्ष 2018 में कोतमा से कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ को 48,249 मिले यानी कि लगभग 44 प्रतिशत वोट मिले थे। इनके नजदीकी प्रत्याशी रहे बीजेपी से दिलीप जैसवाल जिन्हें 36,820 वोट मिले प्रतिशत में देखा जाए तो लगभग 33 प्रतिशत वोट मिले। वहीं इस चुनाव में जीत का अंतर 11,429 रहा। इस चुनाव में तीसरे स्थान पर गोंडवाना गणतंत्र से रामखेलवान तिवारी को 5,766 वोट यानी 5 प्रतिशत वोट मिले थे।
वर्ष 2013 में कोतमा से कांग्रेस प्रत्याशी मनोज कुमार अग्रवाल को 38,319 वोट मिले यानी की लगभग 37 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं दूसरी ओर इनके नजदीकी उम्मीदवार रहे बीजेपी के राजेश सोनी जिन्हें 36,773 वोट मिले. यदि प्रतिशत में देखें तो लगभग 36 प्रतिशत वोट मिले। जबकि इस चुनाव में जीत का अंतर 1,546 रहा।
वर्ष 2008 में कोतमा से बीजेपी प्रत्याशी दिलीप जैसवाल ने 22,462 वोट यानी की लगभग 26 प्रतिशत से जीत हासिल की थी। वहीं इनके नजदीकी प्रत्याशी रहे आईएनसी से मनोज कुमार अग्रवाल, जिन्हें 20,613 वोट मिले प्रतिशत में देखें तो लगभग 24 प्रतिशत वोट और इस चुनाव में जीत का अंतर 19,013 रहा।
वर्ष 2003 में कोतमा से बीजेपी प्रत्याशी जयसिंह मरबी ने 47,263 वोट यानी की लगभग 47 प्रतिशत से जीत हासिल की थी। वहीं इनके नजदीकी प्रत्याशी रहे आईएनसी से राजेश नंदिनी सिंह, जिन्हें 25,694 वोट मिले. यदि प्रतिशत में देखें तो लगभग 26 प्रतिशत वोट. और इस चुनाव में जीत का अंतर 19,013 रहा.
वर्ष 1998 में कोतमा से बीजेपी प्रत्याशी जयसिंह मरबी को 34,901 वोट मिले यानी की लगभग 45 प्रतिशत वोट मिले. जबकि इनके नजदीकी प्रत्याशी रहे आईएनसी के भगवानदीन जिन्हें 25,628 वोट मिले. यदि प्रतिशत में देखें तो लगभग 33 प्रतिशत वोट मिले. और इस चुनाव में जीत का अंतर 9,263 रहा.