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Toggleनीतीश कुमार राजनीतिक सफर: पहले ही चुनाव में हार से 10वीं बार CM बनने तक… सियासत के सिकंदर नीतीश कुमार की पूरी कहानी
नीतीश कुमार राजनीतिक सफर: बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार का नाम एक मिसाल है. एक ऐसा नेता जिसने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत चुनावी हार से की और आज 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेकर इतिहास रच दिया. उनके इस अद्भुत सफर ने उन्हें ‘सियासत के सिकंदर’ की उपाधि दिलाई है.
शुरुआती जीवन और राजनीतिक सफर
नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को बिहार के नालंदा जिले के बख्तियारपुर में हुआ था. उन्होंने बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. 1974 में जेपी आंदोलन से उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ. पहला चुनाव हारने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 1985 में विधायक बने.
राजनीतिक उठापटक का दौर
नीतीश कुमार ने समय के साथ खुद को एक कुशल राजनीतिक रणनीतिकार साबित किया.
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1990 में लोकदल के टिकट पर सांसद बने
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1994 में समता पार्टी की स्थापना की
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1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री बने
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2000 में पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने लेकिन सिर्फ 7 दिन तक ही पद पर रहे
बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में सफलता
2005 में नीतीश कुमार ने बिहार में एक नया युग शुरू किया. उनके नेतृत्व में बिहार ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की.
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कानून व्यवस्था में सुधार
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सड़क निर्माण और बुनियादी ढांचे का विकास
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शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
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महिला सशक्तिकरण के लिए कदम
राजनीतिक गठजोड़ों का महारथी
नीतीश कुमार ने अपनी राजनीतिक समझदारी से कई बार गठबंधन की राजनीति में महत्वपूर्ण मोड़ लिए.
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भाजपा के साथ लंबा गठजोड़
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महागठबंधन का प्रयोग
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वापस एनडीए में लौटना
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हर बार बदलती राजनीति में अपनी relevance बनाए रखना
उपलब्धियां और विरासत
नीतीश कुमार की उपलब्धियों की लिस्ट काफी लंबी है.
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बिहार के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मुख्यमंत्री
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शराबबंदी लागू करना
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बिहार में सड़क निर्माण क्रांति
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सात निश्चय कार्यक्रम की शुरुआत
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महिला आरक्षण को बढ़ावा
निष्कर्ष
नीतीश कुमार का राजनीतिक सफर हार से शुरू होकर ऐतिहासिक जीत तक पहुंचा है. उन्होंने साबित किया है कि लगातार मेहनत और राजनीतिक कुशलता से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है. आज वह न सिर्फ बिहार बल्कि भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन चुके हैं. उनका यह सफर युवा राजनीतिज्ञों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है.