Vindhya First

Donkey Route: भारत के लोग करते हैं विदेश का अवैध सफर, जानिए डंकी रूट की पूरी कहानी

अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 के बीच 96,917 भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में सीमा पार करते हुए पकड़ा गया. इनमें से 30,010 को कनाडा सीमा पर और 41,770 को मैक्सिको सीमा पर पकड़ा गया. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2019 और मार्च 2023 के बीच, अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने के प्रयास के लिए 149,000 भारतीयों को हिरासत में लिया गया था.

डंकी शब्द पंजाबी मुहावरे से लिया गया है.जिसका मतलब होता है एक जगह से दूसरे जगह जाना. आसान भाषा में कहे तो डंकी का मतलब होता है अवैध तरीके से किसी दूसरे देश में जाना. यह अमेरिका, कनाडा और यूरोप के कुछ देशों में पहुंचने का एक खतरनाक रास्ता है जिसे अवैध इमिग्रेशन भी कहा जाता है. दरअसल, जब लोगों को कानूनी तरीके से दूसरे देशों में एंट्री नहीं मिल पाती तब कुछ लोग गैर-कानूनी तरीके से वहां जाने का प्रयास करते हैं और इसे ही डंकी कहा जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अवैध (illegal) तरीके से विदेश जाने के लिए लोग अपनी जमीन और घर तक बेच देते हैं.

बता दें कि भारत में ऐसे कई ट्रेवल एजेंसी और कंपनी हैं जो लोगों को डंकी के जरिये दूसरे देशों में भेजती हैं. लोगों को दूसरे देशों में भेजने के लिए ये कंपनी 15 से 60 लाख तक लोगों से वसूलती हैं. इसके बाद ये एजेंट्स अवैध माइग्रेशन में मदद करते हैं उन्हें डंकर्स (donkers) कहा जाता है. आमतौर पर ये डंकर्स बड़ी फीस के बदले लीगल वीज़ा देने का वादा करते हैं. लोगों को डंकी फ्लाइट के जरिए दूसरे देशों में भेजते हैं. इस दौरान लोगों को जाने के लिए कुछ दूर पैदल सफ़र भी तय करना होता है.

US Customs and Border Protection यानी अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा के अनुसार, अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 के बीच 96,917 भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में सीमा पार करते हुए पकड़ा गया. इनमें से 30,010 को कनाडा सीमा पर और 41,770 को मैक्सिको सीमा पर पकड़ा गया. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2019 और मार्च 2023 के बीच, अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने के प्रयास के लिए 149,000 भारतीयों को हिरासत में लिया गया था. इसमें से हिरासत में लिए गए अधिकतर लोग गुजरात और पंजाब से थे.

भारत में सबसे ज्यादा लोग अमेरिका जाना चाहते हैं
इक्वेडोर, बोलिविया और गुयाना जैसे देश भारतीयों को वीजा देते हैं और कुछ और देश जैसे ब्राजील और वेनेजुएला टूरिस्ट वीजा देते हैं. लेकिन लैटिन अमेरिका के देशों तक पहुंचने के लिए लोग ‘एजेंट’ से संपर्क करते हैं. ये एजेंट्स डंकी फ्लाइट के जरिये लोगों को दूसरे देशों में पहुंचाते हैं. डंकी फ्लाइट्स उन फ्लाइट्स को कहते हैं जिनके जरिये अवैध तरीके से लोगों को दूसरे देशों में भेजा जाता है. कुछ एजेंट दुबई से सीधे मैक्सिको का वीजा दिला देते हैं लेकिन मैक्सिको पहुंचने पर सबसे ज्यादा खतरा गिरफ्तार होने का रहता है इसलिए ज्यादातर एजेंट अपने क्लाइंट्स को किसी लैटिन अमेरिका देश में उतारते हैं. यहां से फिर उन्हें कोलंबिया ले जाते हैं. कोलंबिया से उन्हें पनामा के जंगलों में ले जाया जाता है जहां उन्हें डारियन गैप नाम का एक खतरनाक जंगल पार करना होता है. इस जंगल में पानी की कमी के साथ जंगली जानवरों और क्रिमिनल गैंग्स का भी खतरा रहता है. विदेश पहुंचने का सपना रखने वाले लोग इस रास्ते पर लूटपाट का शिकार होते हैं और रेप जैसी घटनाओं के भी शिकार होते हैं. 8 से 10 दिन बाद ग्वाटेमाला पहुंचने पर लोगों को तस्करों के हवाले कर दिया जाता है और वे उन्हें मैक्सिको और फिर अमेरिका की ओर ले जाते हैं.

डंकी रास्ते में होती हैं ये समस्याएं
डंकी के माध्यम से विदेश जाने वाले लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिसमें ख़राब मौसम, खाने और पानी की कमी, उबड़-खाबड़ रास्ता, चोर और अपराधियों का सामना जैसी कई मुश्किल दौर आते हैं. इस दौरान होने वाली घटनाओं की कोई रिपोर्ट नहीं होती है और अपराध करने बालों को सजा भी नहीं मिलती है. अगर किसी शख्स की मौत हो गई तो उसका शव अंतिम संस्कार के लिए उसके घर तक नहीं भेजा जा सकता है. बावजूद इसके लोग अपनी जान की बाजी लगा कर दूसरे देश जाते हैं.

डंकी के रास्ते दूसरे देशों में क्यों जाना चाहते हैं लोग
दूसरे देशों में भारत के मुकाबले ज्यादा सैलरी मिलती है. इसके अलावा शिक्षा, रोजगार, व्यवसाय, और अच्छी लाइफ स्टाइल के लिए भी लोग दूसरे देशों में जाते हैं. इस बारे में वीजा एक्सपर्ट का कहना है की अधिकतर युवा रोज़गार की तलाश में विदेश जाते हैं. हालांकि कुछ का यह भी मानना है की जैसे -जैसे देश में जनसंख्या बढ़ेगी, वैसे-वैसे देश में बेरोजगारी भी बढ़ेगी. इसके अलावा कुछ लोग खुद को देश में सेफ नहीं महसूस करते हैं, इसलिए भी लोग डंकी मारते हैं. इस बात के प्रूफ हो जाने के बाद उन्हें विदेश में रहने दिया जाता है. लेकिन लौट कर वो फिर कभी अपने देश नहीं लौट सकते हैं. लेकिन कई ऐसे भी लोग होते है जो झूठ बोलकर ASYLUM करते हैं. लेकिन अगर कोर्ट में वो अपनी बात को प्रूफ नहीं कर पाते हैं तो उन्हें वापस उनके देश भेज दिया जाता है.

इन राज्यों में सबसे अधिक मामले
भारत में सबसे ज्यादा डंकी के मामले पंजाब और गुजरात में देखे जाते हैं. हालांकि हरियाणा में बेरोजगारी बढ़ने के साथ यहां डंकी के मामले बढ़ गए हैं. 2022 की एक रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है. हरियाणा में लगभग 37.3% लोग बेरोज़गार हैं. यही कारण है की हरियाणा में भी ज्यादा से ज्यादा लोग डंकी के माध्यम से दूसरे देशों में रोजगार की तलाश में जा रहे हैं.

डंकी रूट की पूरी जानकारी के लिए देखिए ये वीडियो।।