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भारत बनाम पाकिस्तान: 8-9 मई 2025 की हवाई जंग में किसकी वायु रक्षा रही भारी?

भारत Vsपाकिस्तान: 8 मई 2025 की रात पाकिस्तान ने भारत पर एक साथ 30 से अधिक ड्रोन और क्रूज मिसाइलें दागीं. लक्षित स्थानों में जम्मू, पंजाब, हिमाचल और गुजरात के 15 प्रमुख सैन्य ठिकाने थे. चीन निर्मित HQ-9P, HQ-16 और FM-90 सिस्टम्स से लैस इन हमलों का मकसद था, भारतीय एयरबेस को निष्क्रिय करना.

भारत की वायु रक्षा: त्रि-स्तरीय ढाल का कमाल
भारतीय वायुसेना ने S-400, बराक-8 और आकाश-NG जैसी वायु रक्षा प्रणालियों को तुरंत सक्रिय किया. इन आधुनिक हथियारों ने सभी मिसाइलों और ड्रोनों को हवा में ही नष्ट कर दिया. भारतीय इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम्स ने कई पाकिस्तानी ड्रोन को जाम कर निष्क्रिय कर दिया.

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जवाबी वार: भारत का सटीक प्रहार
9 मई की सुबह भारत ने जवाबी कार्रवाई में लाहौर के पास पाकिस्तान की HQ-9P प्रणाली को नष्ट कर दिया. रावलपिंडी में हुए ड्रोन हमले ने पाकिस्तानी रडार सिस्टम को भी क्षतिग्रस्त किया, जिससे उसकी हवाई रक्षा क्षमता को गहरा झटका लगा.

मनोहर पर्रिकर की विरासत: S-400 और आत्मनिर्भर भारत
पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की दूरदृष्टि और 2015 में S-400 खरीद निर्णय ने भारत को आज की स्थिति तक पहुंचाया. ‘मेक इन इंडिया’ के तहत आकाश और आकाश-NG जैसे स्वदेशी सिस्टम आज भारत की सबसे मजबूत रक्षा पंक्ति हैं.

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भारत की ढाल अभेद्य, पाकिस्तान की निर्भरता भारी पड़ी
जहां भारत ने रूसी, इज़राइली और स्वदेशी तकनीक के संयोजन से एक त्रि-स्तरीय अभेद्य वायु रक्षा विकसित की, वहीं पाकिस्तान की चीन पर निर्भरता और कमज़ोर रेंज वाली प्रणालियां उसकी कमजोरी बन गईं. 8-9 मई की घटनाएं भारत की रणनीतिक बढ़त और तकनीकी श्रेष्ठता की पुष्टि करती हैं.



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