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भारत में मोटापा क्यों बढ़ रहा है और इसे कैसे रोका जाए?

भारत में मोटापा तेजी से बढ़ता एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बन चुका है. यह केवल सौंदर्य से जुड़ी समस्या नहीं है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बनता जा रहा है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में इस विषय पर चर्चा की और मोटापे की बढ़ती समस्या पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने बताया कि हर आठ में से एक भारतीय मोटापे से ग्रस्त है और इसके कारण होने वाली बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं.

भारत में मोटापे के आंकड़े
लैंसेट द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, 1990 से 2022 के बीच भारत में मोटापे की दर तेजी से बढ़ी है.
महिलाओं में मोटापे की दर 1.2% से बढ़कर 9.8% हो गई है.
पुरुषों में यह दर 0.5% से बढ़कर 5.4% तक पहुंच चुकी है.

बच्चों में स्थिति और भी गंभीर है – 1990 में केवल 0.2 मिलियन बच्चे मोटापे से पीड़ित थे, जबकि 2022 में यह संख्या 12.5 मिलियन तक पहुंच गई. मोटापे की यह बढ़ती दर भारत में एक गंभीर स्वास्थ्य संकट का संकेत देती है, जिसका समाधान जल्द से जल्द निकालने की आवश्यकता है.

मोटापा क्या है और यह क्यों खतरनाक है?
मोटापा तब होता है जब किसी व्यक्ति के शरीर में अत्यधिक चर्बी जमा हो जाती है. इसे मापने के लिए बॉडी मास इंडेक्स (BMI) का उपयोग किया जाता है.
BMI 25 से ज्यादा होने पर व्यक्ति को ओवरवेट माना जाता है.
BMI 30 या उससे अधिक होने पर व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त होता है.

हालांकि, हाल के वर्षों में विशेषज्ञों ने पाया है कि केवल BMI पर्याप्त नहीं है, क्योंकि शरीर की चर्बी, मांसपेशियों की मात्रा, और अंगों की कार्यप्रणाली भी मोटापे को प्रभावित करती है. इसलिए, लैंसेट कमीशन ने मोटापे को एक पुरानी बीमारी के रूप में मान्यता दी है, जो समय के साथ शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करती है.

मोटापे से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं
मोटापा केवल शरीर के आकार को प्रभावित नहीं करता, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों को भी जन्म देता है, जिनमें शामिल हैं-

  1. डायबिटीज (मधुमेह) – मोटापे के कारण शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ जाता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है.
  2. हृदय रोग – अतिरिक्त वजन के कारण ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.
  3. फैटी लिवर – मोटापे के कारण लिवर में फैट जमा हो जाता है, जिससे लिवर सिरोसिस और लीवर फेलियर जैसी समस्याएं हो सकती हैं,
  4. हड्डियों और जोड़ों की समस्याएं – अधिक वजन के कारण हड्डियों और जोड़ों पर दबाव बढ़ता है, जिससे घुटनों और रीढ़ की हड्डी में दर्द होने लगता है.
  5. नींद से जुड़ी समस्याएं – मोटे लोगों में स्लीप एपनिया (नींद के दौरान सांस रुकने की समस्या) आम होती है, जिससे उनकी नींद की गुणवत्ता प्रभावित होती है.
  6. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव – मोटापा डिप्रेशन, आत्मसम्मान की कमी और तनाव जैसी मानसिक समस्याओं का कारण बन सकता है.

मोटापे से बचने के उपाय
मोटापे से बचने के लिए हमें अपने खानपान और जीवनशैली में सुधार करना आवश्यक है-

1. संतुलित आहार अपनाएं
स्वस्थ आहार अपनाकर मोटापे को नियंत्रित किया जा सकता है. जैसे- अपने भोजन में हरी सब्जियां, फल, प्रोटीन और फाइबर शामिल करें. जंक फूड, शक्कर युक्त पेय और तले हुए भोजन से बचें. खाना खाते समय प्लेट का आधा हिस्सा सब्जियों, एक चौथाई प्रोटीन और एक चौथाई कार्बोहाइड्रेट से भरें. अधिक पानी पिएं और मीठे पेय पदार्थों से बचें.

2. नियमित व्यायाम करें
शारीरिक गतिविधि मोटापा कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है. जैसे- वयस्कों को प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए. तेज चलना, दौड़ना, साइकिलिंग, योग और एरोबिक एक्सरसाइज करने से वजन कम किया जा सकता है. बच्चों को प्रतिदिन कम से कम 60 मिनट की शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए. हफ्ते में दो बार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से शरीर मजबूत बनता है और मेटाबॉलिज्म तेज होता है.

3. जीवनशैली में बदलाव करें
मोटापा कम करने के लिए केवल खानपान और व्यायाम ही नहीं, बल्कि समग्र जीवनशैली में सुधार करना भी आवश्यक है. जैसे- पर्याप्त नींद लें – नींद की कमी से मोटापे का खतरा बढ़ता है. तनाव कम करें – योग और मेडिटेशन से मानसिक तनाव को कम किया जा सकता है. धीमे-धीमे खाएं और खाने पर ध्यान दें – इससे ओवरईटिंग से बचा जा सकता है. शराब और धूम्रपान से बचें – ये दोनों आदतें वजन बढ़ाने और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने में योगदान देती हैं.

सरकार और विशेषज्ञों के प्रयास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि नीरज चोपड़ा, निकहत ज़रीन और डॉ. देवी शेट्टी जैसे प्रसिद्ध खिलाड़ी और डॉक्टर इस अभियान का हिस्सा बन रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे 10% कम तेल खाने की आदत अपनाएं और दूसरों को भी इस दिशा में प्रेरित करें. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी लोगों को संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करने की सलाह देता है। अगर हम इन आदतों को अपनाते हैं, तो मोटापे की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं।

मोटापा भारत में तेजी से बढ़ती एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है. यह केवल सौंदर्य से जुड़ी समस्या नहीं, बल्कि डायबिटीज, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और अन्य गंभीर बीमारियों का मुख्य कारण है. इस बढ़ती समस्या को रोकने के लिए हमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता है. यदि हम इन आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें, तो न केवल खुद को, बल्कि समाज को भी एक स्वस्थ भविष्य की ओर ले जा सकते हैं.