भारत (India) में पुरुषों की साक्षरता दर (Literacy Rate) 82.14% है. महिलाओं की 65.46% साक्षरता दर है. यह आंकड़े साल 2011 में हुई जनगणना (Census 2011) के मुताबिक है. वहीं साल 2011 में भारत की ओवरऑल साक्षरता दर 74 प्रतिशत से कम थी जो अब बढ़कर लगभग 80 फीसदी हो गई है. ऐसे में पूरे देश को साक्षर बनने में कितना वक्त लगेगा यह काफी महत्वपूर्ण है. बता दें कि अगस्त 2024 में केंद्र सरकार (Central Government) के शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर, उल्लास अभियान से जुड़ने के निर्देश थे. इसके साथ ही साल 2030 तक शत-प्रतिशत साक्षरता दर का लक्ष्य हासिल करने की भी याद दिलाई है. हालांकि अगर इसी रफ्तार से देश की साक्षरता दर में लगातार वृद्धि जारी रही तो लक्ष्य को पाना कठिन नहीं होगा.
ये भी पढ़ें – Panna में सुबह होते ही किस्मत आजमाने निकल पड़ते हैं लोग, जानिए हीरा से करोड़पति बनने की कहानी
साक्षरता क्या है
साक्षरता का मतलब है किसी भाषा को पढ़ने, लिखने और समझने की क्षमता. आसान शब्दों में कोई व्यक्ति किसी भाषा में लिखे हुए शब्दों को देखकर उनका अर्थ समझ सके और अपने विचारों को उस भाषा में लिख सके, तो उसे साक्षर माना जाता है. हालांकि साक्षरता, शिक्षित होने से काफी अलग है. साक्षरता का मतलब सिर्फ पढ़ना और लिखना होता है. जबकि शिक्षित होने से मतलब पढ़ने-लिखने के साथ ज्ञान और कौशल की समझ से है.
ये भी पढ़ें – क्या ईडी का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को डराने के लिए होता है? जानिए कैसे होता है पूरा खेल
साक्षरता दर क्या है
किसी देश, राज्य या शहर की कुल आबादी में से उन लोगों का प्रतिशत जो साक्षर हैं, वही साक्षरता दर कहलाती है. 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की साक्षरता दर लगभग 74% फीसदी थी. साल 2001 में भारत की साक्षरता दर 65.38 प्रतिशत थी. जबकि साल 1951 में यह दर सिर्फ 18.33 प्रतिशत थी. वर्तमान की बात करें तो साक्षरता दर लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा है.
साक्षरता दर मापने का फार्मूला
भारत में साक्षरता दर राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय National Statistical Office (NSO) द्वारा मापी जाती है. एनएसओ, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (National Sample Survey) आयोजित करता है. इसके तहत देश के अलग-अलग परिवारों में शिक्षा और साक्षरता के बारे में डेटा एकत्र किया जाता है, जिसमें घर के सदस्यों की शैक्षिक स्थिति और पढ़ने/लिखने की क्षमता शामिल होती है. अगर किसी घर में किसी सदस्य की शिक्षा बहुत सीमित है या वह बात करने में असमर्थ है, ऐसे में गणनाकर्ता खुद से निर्णय लेकर उसकी श्रेणी का निर्धारण करता है. बता दे कि “जो व्यक्ति कम से कम एक भाषा में समझ के साथ एक सरल संदेश पढ़ने और लिखने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें निरक्षर माना जाता है.” बता दें कि हाल ही में हुए एक NSS सर्वेक्षण में डेटा कलेक्ट करने का नया तरीका अपनाया गया था. 2022-2023 में आयोजित व्यापक वार्षिक मॉड्यूलर सर्वेक्षण Comprehensive Annual Modular Survey में सूचनादाता से घर के केवल उन सदस्यों की पढ़ने/लिखने की क्षमता के बारे में पूछा जाता है जिन्होंने स्कूल में कभी एडमिशन ही नहीं लिया.
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (National Family Health Survey) का उद्देश्य स्वास्थ्य और जनसांख्यिकीय मापदंडों (Demographic parameters) को रिकॉर्ड करना है. हालांकि इसमें भी उत्तरदाता की जानकारी पूछते वक्त साक्षरता के बारे में भी जानकारी ली जाती है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे, 15 से 49 वर्ष की आयु की महिलाओं और 15 से 54 वर्ष की आयु के पुरुषों से उनकी उच्चतम शिक्षा स्तर के बारे में पूछता है. जो लोग केवल प्राथमिक स्तर यानि प्राइमरी लेवल तक शिक्षित हैं, उनसे गणनाकर्ता एक वाक्य पढ़ने को कहता है. हालांकि 12वीं पास लोगों से कोई टेस्ट नहीं लिया जाता है. इस तरह NFHS भी NSO की तरह साक्षरता मापने वाली एक प्रणाली है.
NFHS और NSO आंकडों में अंतर
NFHS और NSO डेटा कलेक्ट करते हैं उसमें निरक्षर लोगों के छूटने की संभावना रहती है. इन सर्वेक्षण में लोगों की साक्षरता का कोई परीक्षण नहीं किया जाता है जिससे आंकड़ों की सटीकता पर सवाल उठ सकते हैं. जिन वर्षों में NFHS ने कोई साक्षरता परीक्षण नहीं किया और केवल सूचना देने वाले से घर के सदस्यों के साक्षरता स्तर के बारे में पूछा, तब साक्षरता के अनुमान बाद के वर्षों की तुलना में बहुत अधिक थे. साल 2004-05 में, जब NFHS ने दोनों तरीकों का इस्तेमाल करके साक्षरता दर्ज की, तब साक्षरता दर 69% थी. वहीं जब उत्तरदाता को साक्षरता परीक्षण कार्ड पढ़ना पड़ा, तो यह 63.4% थी. इसके अलावा जब NFHS और NSO सर्वेक्षण एक ही वर्ष में या एक-दूसरे के करीब वर्षों में आयोजित किए गए थे, तो NFHS सर्वेक्षणों में साक्षरता परीक्षण के परिणामों से पता चलता है कि साक्षरता का स्तर एनएसओ सर्वेक्षणों की तुलना में कम था.
भारत में साक्षरता दर की जानकारी के लिए देखिए वीडियो.