टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) का बुधवार को निधन हो गया. 86 साल के रतन टाटा को 7 अक्टूबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके दो दिन बाद ही 9 अक्तूबर को उनकी मृत्यु हो गई. रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई (Mumbai) में हुआ था. वह नवल टाटा और सूनी टाटा के बेटे थे. महज 17 साल की उम्र में रतन टाटा अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में पढ़ने चले गए थे. यहां उन्होंने आर्किटेक्चर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर 1962 में भारत वापस लौटने के बाद उन्होंने टाटा ग्रुप में बतौर असिस्टेंट नौकरी ज्वाइन की. बता दें कि टाटा ग्रुप का कारोबार पूरी दुनियाभर में फैला हुआ था. वहीं रतन टाटा भारत के सबसे अमीर लोगों में शुमार थे.
बता दें कि करीब 12 साल टाटा ग्रुप में अलग-अलग पदों पर काम करने के बाद 1974 में रतन टाटा ने टाटा संस (Tata Sons) बोर्ड में बतौर डायरेक्टर ज्वाइन किया. साल 1991 में टाटा संस के चेयरमैन बने और यहाँ से उनके बिज़नेस की नयी शुरुआत हुई. रतन टाटा ने 1991 में परिवार के ग्रुप की कमान संभाली और टाटा ग्रुप को एक वैश्विक पावरहाउस में बदल दिया. उनके नेतृत्व में टाटा ने जगुआर लैंड रोवर, टेटली और कोरस स्टील जैसे ग्लोबल ब्रांडों को खरीदा, इससे दुनियाभर में टाटा ग्रुप की स्थिति और मजबूत हो गई. बता दें कि 2008 में टाटा मोटर्स ने जगुआर लैंड रोवर को $2.3 बिलियन में फोर्ड से खरीदा था. रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा संस की कई कंपनियों, जिनमें TRF, टाटा मोटर्स, और बनारस होटल्स ने एक साल के भीतर अपनी मार्केट वैल्यू को दोगुना कर लिया.
टाटा ग्रुप का कारोबार
टाटा ग्रुप (Tata Group) का कारोबार पूरी दुनिया में फैला हुआ है. टाटा ग्रुप 6 महाद्वीपों के 40 से भी अधिक देशों में सक्रिय है. टाटा समूह दुनिया के 140 से भी अधिक देशों को उत्पाद व सेवाएं निर्यात करता है. 31 जुलाई, 2023 तक टाटा कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 24 ट्रिलियन रूपए था. टाटा कंपनी सुई से लेकर हवाई जहाज तक सब कुछ बनाती है. इसमें सुबह की चाय, खाने में तेल, डालडा और मसाले जैसे हर तरह के जरूरी प्रोडक्ट शामिल हैं. टाटा ग्रुप की 100 से ज्यादा लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियां हैं. इनका कुल कारोबार करीब 300 अरब डॉलर का है. इन कंपनियों में टाटा कम्युनिकेशन, टाटा एयरलाइनेंस, टाटा साल्ट, टाटा टी, टाटा AIG, टाटा हाउसिंग, टाटा पावर्स, वोल्टास, टाइटन, जगुआर, लैंड रोवर, टाटा टेक्नोलॉजीज, एयर इंडिया, टाटा मोटर्स, टाटा इंडस्ट्रीज शामिल हैं.
रतन टाटा की सैलरी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रतन टाटा की सैलरी सालाना 2.5 करोड़ रुपये के आसपास थी. यानी हर महीने करीब 20.83 लाख रुपए रतन टाटा को सैलरी के रूप में मिलती थी. वहीं टाटा ग्रुप की साल 2005-06 में कुल आय $967229 मिलियन थी. ये देश कि GDP के 2.8 % के बराबर है.
रतन टाटा की संपत्ति
IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 के मुताबिक, टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा की कुल संपत्ति 3,800 करोड़ रुपये आंकी गई थी. रतन टाटा एक सफल कारोबारी से साथ-साथ समाजसेवी भी रहे हैं. रतन टाटा अपनी आमदनी का एक बड़ा हिस्सा दान करते रहे हैं. यही वजह है कि उनकी नेटवर्थ उनके कद औऱ कंपनी के कारोबार के मुकाबले कम है. खास बात यह है कि टाटा परिवार ने अपने कंपनी शेयरों का बड़ा हिस्सा कभी नहीं रखा और ज्यादातर इनकम को टाटा ट्रस्ट में निवेश किया. टाटा ट्रस्ट शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और ग्रामीण विकास जैसी जरूरी बातों के लिए इस फंड में जमा पैसे का इस्तेमाल करता है.
टाटा ग्रुप के कारोबार और रतन टाटा की संपत्ति जानने के लिए देखिए ये पूरा वीडियो।।