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Toggle‘ऑपरेशन सिंदूर‘ की Inside Story: एयर मार्शल भारती के खुलासे, अगली लड़ाई का इशारा
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की Inside Story: भारतीय सेना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के तहत हाल ही में की गई कार्रवाई की विस्तृत जानकारी दी. अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ था, लेकिन पाकिस्तानी सेना द्वारा हस्तक्षेप करने पर उसे भी मुंहतोड़ जवाब दिया गया. सेना ने यह भी कहा कि भविष्य की लड़ाइयां अलग तरह से लड़ी जाएंगी और भारत हर चुनौती के लिए तैयार है.

अगली लड़ाई अलग तरह से लड़ी जाएगी: एयर मार्शल भारती
एयर मार्शल भारती ने आसमान में हुए हवाई संघर्ष के तकनीकी विवरण देने से इनकार करते हुए कहा कि इस लड़ाई को इसी स्वरूप में होना था. उन्होंने जोर देकर कहा कि अगली लड़ाई अलग तरह से लड़ी जाएगी और हर बार मुकाबला एक जैसा नहीं होगा. भारत को हमेशा दुश्मन से आगे रहना होगा. उन्होंने कहा कि यह एक अलग तरह की लड़ाई थी और भविष्य में कई और तरह के मुकाबले सामने आएंगे, जिनके लिए भारतीय वायुसेना पूरी तरह से तैयार है.
हमें एक जॉब दी गई, हमने उसे पूरा किया: एयर मार्शल भारती
पाकिस्तानी पक्ष से कोई सबूत न आने और अपनी जनता को भ्रम में डालने के सवाल पर एयर मार्शल भारती ने कहा कि उन्हें पहले से ही उम्मीद थी कि पाकिस्तान कोई जानकारी नहीं देगा. उन्होंने कहा कि भारत की लड़ाई आतंकवादियों के साथ है और पाकिस्तान अपनी मनगढ़ंत कहानियां बनाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भारतीय सेना को एक काम सौंपा गया था और उन्होंने उसे सफलतापूर्वक पूरा किया.

भय बिन होय ना प्रीत: एयर मार्शल भारती
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता ‘याचना नहीं अब रण होगा’ के संदेश और तुर्किये के ड्रोन गिराए जाने के संबंध में पूछे गए सवाल पर एयर मार्शल भारती ने रामचरितमानस की चौपाई ‘विनय न माने जलधि जड़, गए तीन दिन बीत, बोले राम सकोप तब भय बिन होय ना प्रीत’ का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि समझदार के लिए इशारा काफी है और तुर्की के ड्रोन हों या कहीं के भी, भारत ने दिखा दिया है कि वह किसी भी तरह की तकनीक का सामना करने में सक्षम है.
सेना नए मिशन के लिए तैयार: एयर मार्शल एके भारती
एयर मार्शल एके भारती ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सभी सैन्य अड्डे और सिस्टम पूरी तरह से क्रियाशील हैं और नए मिशन के लिए तैयार हैं. वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि नौसेना लगातार निगरानी और खतरों की पहचान में जुटी हुई थी. उन्होंने मल्टीपल सेंसर्स और इनपुट्स के माध्यम से ड्रोन, हाईस्पीड मिसाइल और एयरक्राफ्ट जैसे खतरों की जानकारी दी, जिन्हें तुरंत निष्क्रिय करने की आवश्यकता थी. उन्होंने कहा कि भारतीय पायलट रात और दिन में काम करने के लिए तैयार थे और एयरक्राफ्ट कैरियर पर मिग-29 कार्रवाई के लिए तैयार थे.
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर रडार, एयर डिफेंस सिस्टम और आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम की कई परतें थीं, जिसे पार कर भारतीय एयरफील्ड पर हमला करना दुश्मन के लिए मुश्किल था. उन्होंने बीएसएफ की भी सराहना की और कहा कि जब हौसले बुलंद हों तो मंजिलें कदम चूमती हैं.
आतंक की गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा: लेफ्टिनेंट जनरल घई
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि पिछले कुछ सालों में आतंक की गतिविधियों के स्वरूप में बदलाव आ रहा था और ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ एयर डिफेंस ऑपरेशन को समझने की आवश्यकता है.
हमारी तरफ कम से कम नुकसान हुआ: सेना
सेना ने बताया कि उन्होंने दुश्मन के ड्रोन, फाइटर एयरक्राफ्ट और मिसाइलें गिराईं और भारत की तरफ कम से कम नुकसान हुआ.

आकाश सिस्टम से भी हमलों का जवाब दिया: एयर मार्शल एके भारती
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि भारत ने सिविलियन और मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को कम से कम नुकसान पहुंचाया, जबकि पाकिस्तानी सेना लगातार हमले कर रही थी. उन्होंने कहा कि भारत के पास विभिन्न प्रकार के एयर डिफेंस सिस्टम मौजूद हैं और पाकिस्तानी हमलों के दौरान सभी सिस्टम एकसाथ सक्रिय हुए, जो आधुनिक युद्ध लड़ने के लिहाज से महत्वपूर्ण था. उन्होंने यह भी बताया कि पुराने माने जा रहे एयर डिफेंस सिस्टम ने भी सही तरह से काम किया और आकाश सिस्टम से भी हमलों का जवाब दिया गया.
पाकिस्तान ने हमले में चीनी हथियार इस्तेमाल किए: सेना
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से किए गए हमले में चीनी मूल की मिसाइलें, लंबी दूरी के रॉकेट, यूएवी, और कुछ कॉप्टर और ड्रोन शामिल थे, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया.
पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ दिया: सेना
एयर मार्शल एके भारती ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत की लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के साथ थी और 7 मई को उन्होंने सिर्फ आतंकवादियों पर हमला किया था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ दिया, जिसके कारण भारत को जवाब देना पड़ा और पाकिस्तान को जो नुकसान हुआ, उसके लिए पाकिस्तानी सेना ही जिम्मेदार है.
हमारी लड़ाई आतंकवादियों के खिलाफ: एयर मार्शल एके भारती
एयर मार्शल एके भारती ने दोहराया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ एक संयुक्त ऑपरेशन था और भारत की लड़ाई आतंकवादियों के साथ है, न कि पाकिस्तानी सेना के साथ. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना द्वारा हस्तक्षेप करने के बाद भारत ने उसका जवाब दिया.
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सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया: लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने पहलगाम अटैक का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें दुश्मनों को भारी नुकसान हुआ. उन्होंने बताया कि 7 मई को हुई कार्रवाई में सीमा पार 9 ठिकानों पर 100 आतंकवादी मारे गए, जिनमें कंधार हाईजैक और पुलवामा अटैक में शामिल बड़े आतंकी भी शामिल थे.
उन्होंने यह भी बताया कि 7 मई की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से भारतीय सीमा में स्थित सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, जिसे भारत ने हवा में ही मार गिराया और एक भी टारगेट सफल नहीं होने दिया. इसके जवाब में भारत ने सख्त कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक और अफसर मारे गए. सीमा और एलओसी पर हुई पाकिस्तानी गोलीबारी में भारत के 5 जवान शहीद हुए.
एयरमार्शल भारती ने कहा कि भारत ने केवल आतंकवादी और उनके ठिकानों को निशाना बनाया, न कि पाकिस्तानी सेना या किसी अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को.
हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो: एयर मार्शल भारती
एयर मार्शल भारती ने कहा कि भारत ने 7 मई की रात पाकिस्तान के लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया ताकि उन्हें यह संदेश दिया जा सके कि उनके सैन्य ठिकाने भारतीय पहुंच से दूर नहीं हैं. उन्होंने बताया कि 8-9 मई को पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से भारतीय सीमा पर हमला किया, लेकिन उनके ज्यादातर प्रयास विफल रहे.
उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने श्रीनगर से नलिया तक ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमले किए, जिसमें जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी और फलौदी में किए गए अटैक शामिल थे, जिन्हें भारत ने नाकाम कर दिया. उन्होंने कहा कि इन हमलों से भारत की जमीन पर कोई नुकसान नहीं हुआ और ये हमले आधी रात तक जारी रहे, जिसमें किसी सैन्य या नागरिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान नहीं पहुंचा.
PAK हमलों के बाद अपनी जवाबी कार्रवाई की: एयर मार्शल भारती
एयर मार्शल भारती ने बताया कि पाकिस्तान के हमलों के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उनके एयरबेस कमांड सिस्टम और मिलिट्री एयरबेस पर हमला किया, जिसमें चकलाला, रफीकी और रहरयार खान शामिल थे. उन्होंने कहा कि भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि आक्रामकता को माफ नहीं किया जाएगा और भारत के पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि दुश्मन आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश नहीं करेंगे.
उन्होंने दोहराया कि भारत की लड़ाई पाकिस्तानी सेना या किसी और से नहीं है, बल्कि आतंकवादियों से है, जिन्हें निशाना बनाया गया. पाकिस्तानी हमलों के बाद भारत के पास जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था और भारत ऐसा करने की क्षमता रखता है.
उन्होंने यह भी बताया कि पहलगाम अटैक के बाद भारत ने अरब सागर में कई ड्रिल की और हथियारों की जांच की थी. नौसेना ने पाकिस्तानी नौसेना को लगातार मॉनिटर किया और भारत उनकी हर लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ था.

3 घंटों में PAK ने सीजफायर तोड़ा: एयर मार्शल भारती
एयर मार्शल भारती ने बताया कि 10 मई को दोपहर 3:30 बजे पाकिस्तानी डीजीएमओ ने कॉल किया और यह तय हुआ कि शाम 7 बजे के बाद से कोई हमला नहीं किया जाएगा और अगली बातचीत 12 मई को होगी. हालांकि, पाकिस्तान ने बातचीत के 3 घंटे के बाद ही सीजफायर तोड़ दिया, जिसके बाद भारत ने उन्हें कड़ा संदेश भेजा और 11 मई की रात तक इंतजार करने की बात कही. सीजफायर उल्लंघन के बाद भारतीय सेना प्रमुख ने जवाब देने के लिए पूरी अथॉरिटी दी है.
ऑपरेशन सिंदूर की 4 बड़ी बातें…
- हमारा मकसद टारगेट हिट करना, नुकसान पहुंचाना नहीं: वायु सेना और थल सेना के बीच बेहतर तालमेल रहा और मानवीय विनाश भारत का उद्देश्य नहीं था. भारत ने उन ठिकानों को चुना जिससे दुश्मन को इस्तेमाल में दिक्कत हो और वह सतर्क हो जाए.
- पाक के कितने विमान गिराए, उनका नंबर नहीं बता सकते: पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की, जिन्हें मार गिराया गया. लेकिन उनकी संख्या बताना अभी मुमकिन नहीं है.
- हमारे सभी पायलट सुरक्षित: जो विमान गिरा, वह क्रैश हुआ है और इसकी तकनीकी वजहों की जांच चल रही है. भारत के सभी पायलट सुरक्षित हैं.
- क्या करने चिंताजनक नहीं, क्या कर सकते, ये पता है: भारत को इस तरह की घटना के संकेत पहले से मिल रहे थे और पूरी तैयारी थी. ठिकानों की पहचान कर ली गई थी और यह मालूम था कि हमला कब, कहां और किससे होगा. भारत सिर्फ जवाब देने के लिए ही नहीं, बल्कि आगे की कार्रवाई के लिए भी तैयार था.
सवालों के जवाब
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सवालों के जवाब देते हुए एयर मार्शल भारती ने कहा कि सीजफायर का उल्लंघन होने या पाकिस्तान की तरफ से कोई हरकत होने पर भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन में करीब 35 से 40 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं, हालांकि भारत का मुख्य निशाना आतंकी ठिकाने थे, न कि पाकिस्तानी सेना. उन्होंने हथियारों के इस्तेमाल की जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि भारत का काम टारगेट को निशाना बनाना है, शव गिनना नहीं. राफेल के इस्तेमाल पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की और सिर्फ इतना कहा कि ऑपरेशन सफल रहा और सभी पायलट सुरक्षित वापस आए. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया गया है, लेकिन उनकी संख्या तकनीकी विवरण मिलने के बाद ही बताई जा सकेगी. भविष्य के ऑपरेशन के बारे में लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा कि सभी कमांडरों को किसी भी बॉर्डर वॉयलेशन का जवाब देने की पूरी छूट है.
कौन हैं भारत के डीजीएमओ राजीव घई
डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस यानी डीजीएमओ एक सीनियर आर्मी अधिकारी होता है, जो मिलिट्री प्लानिंग और बॉर्डर ऑपरेशन्स का काम करता है. वर्तमान में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई इस पद पर हैं, जिन्हें पिछले साल ही यह जिम्मेदारी मिली है और उनका 33 साल का आर्मी करियर है.
कांग्रेस का पोस्टर- इंदिरा होना आसान नहीं
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के एक दिन बाद कांग्रेस ने दिल्ली में हेडक्वॉर्टर के बाहर ‘इंदिरा होना आसान नहीं’ वाला पोस्टर लगाया, जिसमें 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के सरेंडर वाली तस्वीरें भी थीं. पोस्टर में ‘इंडिया मिसेज इंदिरा’ भी लिखा गया था.