मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र की सीधी विधानसभा सीट इन दिनों चर्चा में बनी हुई है. टेढ़ी सियासत वाली इस सीट पर 2023 का चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है. यहां से लगातार तीन बार बीजेपी से विधायक रहे केदारनाथ शुक्ला को इसबार टिकट नहीं मिला. विधायक को टिकट न मिलने की कई वजह चर्चा में रहीं जिनमें से एक वजह सीधी का आदीवासी पेशाब कांड भी रहा. अब पार्टी ने सांसद रीति पाठक को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है.
रीति पाठक को टिकट देने से नाराज बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला ने पार्टी और सांसद पर जमकर आरोप लगाए हैं. केदारनाथ का कहना है कि पार्टी ने बिना बताए रीति पाठक को टिकट दे दिया, जबकि मुझे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा था कि आपका सर्वे ठीक रहा और पार्टी आपको ही टिकट देगी.
केदारनाथ के कई आरोप पर सांसद रीति पाठक ने भी पलटवार किया पूरा वीडियो देखने के लिए यूट्यूब लिंक पर क्लिक करें
विधायक ने सांसद के लिए कहा कि वो कभी अपने दमपर चुनाव नहीं जीती हैं, हमेशा मोदी जी के नाम पर और मोदी लहर में चुनाव जीती हैं. रीति पाठक ने भी पलटवार करते हुए कहा कि आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें, अगर कोई व्यक्ति अपने संस्कार की वजह से चुप है तो इसका मतलब ये नहीं कि वो गलत है.
केदारनाथ ने कहा कि रीति पाठक मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा वोटों से हारने वाली उम्मीदवार होंगी. इसपर रीति पाठक ने जवाब दिया कि पार्टी के फैसले से खुश हूं और पार्टी के विश्वास पर सत प्रतिशत खरी उतरुंगी.
केदारनाथ का बड़ा आरोप था कि रीति पाठक ने कहीं विकास के नाम पर 100 रुपये भी खर्च नहीं किए हैं. सीधी-सिंगरौली रेलवे की लाइन के पास या तो सांसद की जमीन है या सांसद के रिश्तेदारों की जमीन है. जब जमीन का मुआवजा मिल गया तो रेलवे ट्रैक चेंज कर दिया गया. सांसद के पास कहां से इतना पैसा आया कि सिंगरौली में 25 करोड़ का घर बन रहा है? रीति ने इसपर चुनौती देते हुए कहा कि लेखा-जोखा कमजोर होगा, RTI जैसे अधिकारों का उपयोग करें और मेरे बारे में सारी जानकारी वहां से लें.
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