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16 दिसंबर की मुख्य खबरें हैं रीवा जिले में एक्सीडेंट के बढ़ते मामले और सतना जिला अस्पताल में 30 दिन में 44 बच्चों की मौत

विंध्य की मुख्य खबरें

 

विंध्य की मुख्य खबरों की बात करें तो सबसे पहले है एक्सीडेंट के बढ़ते मामले.रीवा जिले में इन हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है. एंबुलेंस ने 3 हजार लोगों को अस्पताल पहुंचाया है. बीते कुछ साल के अंतराल में सड़कों की स्थिति तो बदली है लेकिन फिर भी दुर्घटनाओं में कोई कमी नहीं आई है. जिन क्षेत्रों में दुर्घटनाएं सबसे ज्यादा हुई हैं उनके नाम चिन्हित किए गए हैं. सबसे ज्यादा घटनाएं रीवा प्रयागराज मार्ग पर सोहागी घाटी में हो रही हैं. इसके अलावा रायपुर कर्चुलियान,बेलवा, पैकान मनगवां बाईपास, गंगेव, कलवारी गढ़,कटरा, लौआ, सगरा आदि पर एक्सीडेंट सबसे ज्यादा होते हैं.

मई में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं. यहां उन तहसील के नाम दिए हुए हैं जहां पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं इसमें हनुमना, हुजूर,जवा, मनगवां,मऊगंज नई गढ़ी,रायपुर कर्चुलियान, सेमरिया, सिरमौर और त्यौंथर का नाम है. कुल मिलाकर 3605 एक्सीडेंट के मामले दर्ज किए गए हैं वो भी मात्र 11 महीने में.

सतना जिला अस्पताल में नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई और लेबर रूम को मिलाकर एक महीने में कुल 44 शिशुओं की मौत हो गई है यानी मात्र 30 दिन में 44 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. कुछ दिनों पहले ही हमने देखा था कि विंध्य के 7 जिलों में मातृ मृत्यु दर बढ़ता जा रहा है. इस तरह अब शिशु मृत्यु दर में भी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है जिसको लेकर शुक्रवार को जिला अस्पताल में सीएमएचओ डॉक्टर लोक तिवारी के अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई. इस दौरान कुछ सुझाव दिए गए जिसमें हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं के प्रसव के दौरान अगर पीडियाट्रिशियन उपस्थित रहे तो प्रसव के वक्त होने वाली मौतों को कम किया जा सकता है. इस बैठक में आईएमओ डॉक्टर शरद दुबे, डॉक्टर विजेता राजपूत, डॉक्टर संदीप द्विवेदी के साथ अन्य डॉक्टर और स्टाफ मौजूद रहे.

प्रदेश के नए उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का रीवा आगमन हो गया. रीवा में जनता ने उनका खुलकर स्वागत किया.इस कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल रहे. राजेंद्र शुक्ल ने विंध्य को देश का सबसे विकसित क्षेत्र बनाने का वादा किया.

मऊगंज के हरदी गांव के ओमप्रकाश तिवारी का लेफ्टिनेंट के पद पर चयन हो गया है. उनके इस चयन से पूरा विंध्य क्षेत्र गौरवान्वित है.उनकी इस उपलब्धि पर उनके परिवार वालों ने अपना हर्ष जताया है. ये सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे और अब लेफ्टिनेंट की पोस्ट तक पहुंच गए हैं.