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Ajay Kaila: रीवा के अजय कैला ने खेलो इंडिया बीच गेम्स 2025 में रचा इतिहास

Ajay Kaila: रीवा के अजय कैला ने खेलो इंडिया बीच गेम्स 2025 में रचा इतिहास

Ajay Kaila: मध्य प्रदेश के रीवा जिले के उभरते हुए खिलाड़ी अजय कैला ने खेलो इंडिया बीच गेम्स 2025 में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने पेंचक सिलाट के 75 किलोग्राम टैंडिंग इवेंट में स्वर्ण पदक जीतकर न केवल रीवा, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश का नाम रोशन किया.

यह पहली बार है जब रीवा का कोई खिलाड़ी इस प्रतिष्ठित आयोजन में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा है. अजय इस आयोजन में भाग लेने और स्वर्ण जीतने वाले रीवा के पहले और एकमात्र एथलीट बन गए हैं, जिसने उनके गृहनगर के खेल इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ा.

19 से 24 मई तक दमन और दीव के घोघला बीच पर आयोजित इस आयोजन में देश भर से 1000 से अधिक एथलीटों ने हिस्सा लिया. पेंचक सिलाट, एक इंडोनेशियाई मार्शल आर्ट, में अजय ने अपनी तकनीकी कुशलता, रणनीति और समर्पण का शानदार प्रदर्शन किया. उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें इस प्रतिस्पर्धी मंच पर शीर्ष स्थान दिलाया. इस जीत ने साबित कर दिया कि छोटे शहरों से आने वाले खिलाड़ी भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ सकते हैं.

अपनी जीत पर खुशी जताते हुए अजय ने कहा, “यह मेरे लिए गर्व का क्षण है. मैंने वर्षों तक कठिन प्रशिक्षण लिया और इस स्वर्ण पदक को रीवा और मध्य प्रदेश के लोगों को समर्पित करता हूं. खेलो इंडिया जैसे मंच ने हमें अपनी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया.” उनके कोच और स्थानीय खेल संगठनों ने उनकी इस उपलब्धि की सराहना की और कहा कि यह जीत युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी.

खेलो इंडिया बीच गेम्स 2025 में छह मेडल स्पोर्ट्स और दो प्रदर्शनी खेल शामिल थे. यह आयोजन पहली बार दमन और दीव में आयोजित हुआ, जिसने इस क्षेत्र को खेल के नक्शे पर एक नई पहचान दी. अजय की इस जीत ने रीवा को राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में ला दिया और यह संदेश दिया कि मेहनत, लगन और सही मार्गदर्शन के साथ कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है.

रीवा के खेल प्रेमियों और स्थानीय प्रशासन ने अजय की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया है. उनकी यह जीत न केवल उनके लिए, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए एक मिसाल है जो छोटे शहरों से आकर बड़े मंचों पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं. अजय कैला की यह उपलब्धि मध्य प्रदेश के खेल इतिहास में हमेशा याद रखी जाएगी.