नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) का इन दिनों हर किसी की जुबान पर नाम है. नीट की परीक्षा (NEET EXAM) उसके बाद यूजीसी नेट (UGC NET) और अब यूजीसी CSIR की परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स पर NTA का फैसला कहर बनकर टूटा है. बता दें कि UGC CSIR की परीक्षा 25 से 27 जून के बीच आयोजित होनी थी, लेकिन उससे ठीक पहले 21 जून 2024 को एनटीए ने इस पेपर को स्थगित कर दिया.
गौर करने वाली बात यह है कि इसके पहले यूजीसी नेट (UGC NET) का पेपर भी लीक होने के चलते स्थगित कर दिया गया था. यह परीक्षा इस बार पेन पेपर मोड़ में आयोजित की गई थी. परीक्षा का आयोजन भी एक ही दिन में दो शिफ्ट में किया गया था लेकिन एग्जाम में धांधली का आरोप लगने के बाद इसे स्थगित कर दिया गया है. खास बात यह है कि अब फिर से इस परीक्षा का आयोजन किया गया जाएगा.
9 लाख स्टूडेंट हुए थे शामिल
ऐसे में यूजीसी नेट की परीक्षा में शामिल 9 लाख से अधिक स्टूडेंट मायूस हैं. हजारों रुपये खर्च करके एग्जाम सेंटर तक पहुंचने वाले बेरोजगार युवकों को अब फिर से खर्च करना होगा. उससे पहले 12 जून को एनसीईटी की परीक्षा भी रद्द हुई थी. नीट की परीक्षा में इस बार 24 लाख से ज्यादा स्टूडेंट शामिल हुए थे. आंकड़ों पर नजर डालें तो एनटीए ने पिछले 10 दिन के अंदर 3 बड़ी परीक्षाओं को स्थगित करने का ऐलान किया है. ऐसे में सवाल उठता है कि सरकार या फिर NTA ज़िम्मेदार कौन है.
हर साल करोड़ों स्टूडेंट देते हैं एग्जाम
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देश की सबसे बड़ी परीक्षा आयोजित करवाने वाली संस्था है. साल 2023 में NTA ने 1 करोड़ से अधिक स्टूडेंट का एग्जाम लिया था और इस साल अब तक 80 लाख से ज्यादा स्टूडेंट का एग्जाम दिया है. हर साल NTA सीयूईटी यूजी, पीजी, यूजीसी-नेट, JEE जैसे एग्जाम कंडक्ट करवाता है.
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