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Rewa news: सड़क, पानी, बिजली के लिए तरसते निपनिया वार्ड क्रमांक 2 के निवासी

21 वीं सदी में भी लोग मूलभूत समस्याओं के लिए भटक रहे हैं. जहां एक ओर देश में अमृतकाल का दौर चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर इसी देश के लोग सड़क, पानी और बिजली के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. मध्यप्रदेश का रीवा जिला जो विकास पटल पर नए-नए कीर्तिमान रच रहा है लेकिन यहां कि जमीनी हकीकत क्या है? इसके बारे में शायद ही केंद्र औऱ राज्य सरकार को पता होगा. रीवा जिले के निपनिया वार्ड क्रमांक दो के लोग आज भी सड़क, पानी और बिजली के बिना जीवन यापन कर रहे हैं. 

रीवा का यह वार्ड दिन व दिन पिछड़ता ही जा रहा है. सड़क तो दूर की बात है यहां न पानी है और न ही बिजली की सुचारू व्यवस्था है. सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि ये हालात वहां के हैं जिसके हाथों में रीवा ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की बागडोर है. हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के Deputy CM राजेंद्र शुक्ला की जो वर्तमान में रीवा विधानसभा से विधायक भी हैं. बावजूद इसके रीवा के निपनिया निवासी आज भी 19वीं सदी की तर्ज पर जीवन जी रहे हैं. 

सड़क न होने के कारण नहीं जा पाते बच्चे स्कूल 

रीवा के वार्ड क्रमांक 2 निपनिया लोगों का कहना है कि यहां पर ये समस्या आज की नहीं बल्कि आज से 10-12 साल पुरानी हैं. लोग कहते हैं कि यहां लगभग 8 साल हो चुक लेकिन रोड की समस्या की समस्या जस की तस बनी हुई हैं. रोड अच्छी न होने के वजह से वाहन तक अन्दर नहीं आते हैं. जिसके कारण बच्चे स्कूल तक नहीं जा पाते हैं. 

सिलेंडर न होने के कारण भूके रह जाते हैं बच्चे

यहां सिर्फ बिजली पानी ही नहीं सिलेंडर की भी समस्या है.  साथ ही उन्हें प्रधानमंत्री द्वारा मिलने वाले योजना का लाभ भी सही से नहीं मिल पा रहा है. कई बार रजिस्ट्रेशन करने के बाद भी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है जिसकी  वजह से वह आज भी चूल्हे पर ही खाना बनाने को मजबूर हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि बारिश के समय में ईधन भीग जाते हैं तो उस दिन इनके घरों में खाना नहीं बना पाता और बच्चे भूखे रह जाते हैं. 

रीवा के वार्ड क्रमांक 2 निपनिया की पूरी जानकारी के लिए देखिए वीडियो ||