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‘गुढ़ 20 साल पहले जैसा था आज भी वैसा ही है, कोई विकास नहीं हुआ’

मध्यप्रदेश के रीवा जिले की गुढ़ विधानसभा सीट एकबार फिर चर्चा में आ गई है. यहां से बीजेपी ने एकबार फिर गुढ़ विधायक 80 साल के नागेन्द्र सिंह पर भरोसा किया है. कांग्रेस की तरफ से कुंवर कपिध्वज सिंह मैदान में उतरे हैं. इन दोनों उम्मीदवार की वजह से इस सीट पर 2023 का विधानसभा चुनाव दिलचस्प होगा. 

अपने विधायक के कामकाज से गुढ़ की जनता कितनी खुश है, विधायक ने क्षेत्र में विकास के लिए कितना काम किया है, ये जानने के लिए विंध्य फर्स्ट की टीम ने विधायक का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है. 

साल 1985 में नागेन्द्र सिंह ने कांग्रेस की तरफ से चुनावी मैदान में उतरे थे और जीत दर्ज की थी. इसके बाद नागेन्द्र सिंह बीजेपी में शामिल हुए, साल 2003 और 2008 में नागेन्द्र सिंह ने बीजेपी की तरफ से जीत दर्ज की. 2013 का चुनाव नागेन्द्र सिंह हार गए थे और 2018 में एकबार फिर बीजेपी की तरफ से जीत दर्ज करते हुए विधायक बने 

2018 की ADR रिपोर्ट के मुताबिक नागेन्द्र सिंह की शैक्षणिक योग्यता बीए, एलएलबी है. इनकी आय का स्त्रोत कृषि, पेंशन और किराया है. इनकी घोषित संपत्ति 2 करोड़ 73 लाख से अधिक है.  विधायक पर अब तक कोई केस दर्ज नहीं है. पीआरएस की रिपोर्ट के मुताबिक विधायक निधि से क्षेत्र में खर्च का ब्यौरा शून्य है. पिधले पांच साल के कार्यकाल में विधायक ने विधानसभा में कुछ 109 सवाल उठाए हैं. 

पिछला चुनाव सड़क, बिजली, पानी, खेल का मैदान, रोजगार जैसे कई मुद्दों पर लड़ा गया था. 

गुढ़ की जनता की शिकायत
गुढ़ की जनता की शिकायत है कि यहां विकास के लिए एक रुपये भी खर्च नहीं किया गया है. सड़क, बिजली, पानी, नाली हर चीज की समस्या है. किसी भी नहर में एक बूंद पानी नहीं है. रोजगार को लेकर लोगों का कहना है कि यह केवल पेपर में ही सीमित है. गुढ़ सोलर प्लांट में 70 प्रतिशत लोगों को रोजगार देने का वादा किया गया था लेकिन जब नौकरी देने की बारी आई तो बाहरी लोगों को रोजगार दिया गया. सड़कों की हालत ऐसी हा कि रात के समय बाहरी वाहनों का एक्सीडेंट होना तय है. लोगों का कहना है कि 20 साल पहले भी गुढ़ ऐसा ही था, आज भी ऐसा ही है. यहां कोई विकास नहीं हुआ है. 

जनता की शिकायत पर विधायक का जवाब
विधायक का कहना है कि पहले गुढ़ में सड़के नहीं थे, हमने सड़क की व्यवस्था की. अब गुढ़ के दो-तिहाई भाग में सिंचाई बाणसागर से हो रही है. पहले गुढ़ में कन्या स्कूल नहीं थी, अब यहां पोस्ट ग्रैजुएट कॉलेज है. गुढ़ का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रीवा के सबसे अच्छे स्वास्थ्य केन्द्र में से एक है. गुढ़ सोलर प्लांट में रोजगार को लेकर विधायक ने कहा कि ये मामला सरकार के पास विचाराधीन है. 

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