सतना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं विधायक भगवानदास सबनानी द्वारा जारी आदेश के तहत की गई है। इस निष्कासन का कारण कोलगवां थाना क्षेत्र की एक महिला द्वारा सतीश शर्मा पर लगाए गए छेड़छाड़ और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप हैं।
पार्टी की छवि धूमिल होने का हवाला, प्रदेश अध्यक्ष का सख्त कदम
भाजपा प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सतीश शर्मा के कृत्यों से पार्टी की प्रतिष्ठा को गहरा आघात पहुंचा है, जो असहनीय है। इसी कारणवश, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने तत्काल प्रभाव से उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का निर्णय लिया।
शिकायत में लगाए गए गंभीर आरोप, जान से मारने की धमकी
महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि सतीश शर्मा ने उनके साथ छेड़छाड़ की और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। जब महिला ने इसका विरोध किया, तो शर्मा ने उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी। इस शिकायत के बाद ही पार्टी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया।

विवादों से पुराना नाता, पूर्व में भी वायरल हुई थी आपत्तिजनक चैट
यह पहली बार नहीं है जब सतीश शर्मा विवादों के घेरे में आए हैं। इससे पहले भी पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता के साथ उनकी आपत्तिजनक व्हाट्सएप चैटिंग सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिससे पार्टी की छवि को काफी नुकसान पहुंचा था। यह घटना भी पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बनी थी।
शर्मा ने आरोपों को बताया साजिश, ब्लैकमेलिंग का दावा
वहीं, सतीश शर्मा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि महिला उन्हें ब्लैकमेल कर रही है और उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने महिला के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है।
आगे की कार्रवाई पर सबकी निगाहें, राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज
इस घटना ने सतना के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। पार्टी के इस कठोर कदम के बाद अब सभी की निगाहें आगे की कानूनी कार्रवाई पर टिकी हुई हैं। इस घटना ने भाजपा की स्थानीय राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है और आने वाले समय में इसके परिणाम देखने को मिलेंगे।