Table of Contents
Toggleअमदरी छात्रावास: पहली बारिश में ही ढह गई 3.33 करोड़ की इमारत
अमदरी छात्रावास: अनूपपुर जिले के दूरस्थ ग्राम अमदरी में बने सीनियर कन्या छात्रावास का गुणवत्ताहीन निर्माण पहली बारिश में ही उजागर हो गया. 3 करोड़ 33 लाख रुपये की लागत से तैयार 50-सीटर यह भवन महज चार दिनों की बारिश में ही दरारें आने और कमरों में पानी भरने से खस्ताहाल हो गया. छात्राओं को सुरक्षा की दृष्टि से पुराने छात्रावास में वापस जाना पड़ा.
छत से टपकता पानी, दीवारों पर दरारें
छात्रावास के हर कमरे में छत और दीवारों से पानी रिसने लगा. छात्राओं ने अधीक्षिका से शिकायत की, जिसके बाद उन्हें अस्थायी रूप से पुराने भवन में शिफ्ट कर दिया गया. ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार ने दरारों को लीप-पोतकर छिपाने की कोशिश की, लेकिन बारिश ने निर्माण की खामियों को पूरी तरह उजागर कर दिया.
भ्रष्टाचार के आरोप, विधायक ने की कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने परियोजना क्रियान्वयन इकाई (PIU) और ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाए. उनका कहना है कि इतनी बड़ी राशि खर्च होने के बावजूद निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी की गई. कांग्रेस विधायक फूंदेलाल सिंह मार्को ने मामले की जानकारी मिलते ही छात्रावास का निरीक्षण किया और इंजीनियरों तथा विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाई. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे विधानसभा में इस मुद्दे को उठाएंगे और हड़ताल पर बैठने का आह्वान भी कर सकते हैं.
यह घटना सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी को उजागर करती है. छात्राओं की सुरक्षा और शिक्षा के लिए बनी इस इमारत का इस तरह बर्बाद होना न केवल धन की बर्बादी है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का भी प्रमाण है. अब सवाल यह है कि भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के खिलाफ कितनी कड़ी कार्रवाई होगी और छात्राओं को कब तक एक सुरक्षित आवास मिल पाएगा.