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मोदी-पुतिन वार्ता के बड़े नतीजे: भारत-रूस दोस्ती ‘ध्रुव तारे’ जैसी स्थिर, 30 दिन का फ्री वीजा और तेल आपूर्ति की गारंटी

मोदी-पुतिन वार्ता के बड़े नतीजे: भारत-रूस दोस्ती 'ध्रुव तारे' जैसी स्थिर, 30 दिन का फ्री वीजा और तेल आपूर्ति की गारंटी

मोदी-पुतिन वार्ता के बड़े नतीजे: भारत-रूस दोस्ती ‘ध्रुव तारे’ जैसी स्थिर, 30 दिन का फ्री वीजा और तेल आपूर्ति की गारंटी

मोदी-पुतिन वार्ता के बड़े नतीजे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रूस यात्रा के दौरान भारत और रूस के बीच दशकों पुराने रिश्ते को ‘ध्रुव तारे’ के समान स्थिर और विश्वसनीय बताया है. दोनों देशों के बीच हुई महत्वपूर्ण वार्ताओं के बाद कई अहम आर्थिक और रणनीतिक समझौतों पर सहमति बनी है. हालांकि कोई बड़ा रक्षा सौदा सामने नहीं आया, लेकिन व्यापार, ऊर्जा और संबंधों को और मजबूत बनाने पर मुख्य जोर रहा.

मोदी-पुतिन वार्ता के बड़े नतीजे: भारत-रूस दोस्ती 'ध्रुव तारे' जैसी स्थिर, 30 दिन का फ्री वीजा और तेल आपूर्ति की गारंटी
मोदी-पुतिन वार्ता के बड़े नतीजे: भारत-रूस दोस्ती ‘ध्रुव तारे’ जैसी स्थिर, 30 दिन का फ्री वीजा और तेल आपूर्ति की गारंटी

‘ध्रुव तारे’ जैसी अटल दोस्ती

एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “पिछले 8 दशकों में दुनिया ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. मानवता को कई तरह की चुनौतियों और संकटों से गुजरना पड़ा है. लेकिन इन सबके बीच भारत-रूस की दोस्ती ध्रुव तारे की तरह हमेशा अटल और स्थिर बनी रही है.”
इस बयान से साफ जाहिर है कि वैश्विक भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भी भारत रूस के साथ अपने ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंधों को बनाए रखने को प्राथमिकता दे रहा है.

रूसी पर्यटकों के लिए 30 दिन का फ्री वीजा

इस यात्रा की एक बड़ी घोषणा पर्यटन को बढ़ावा देने से जुड़ी रही. पीएम मोदी ने ऐलान किया कि भारत अब रूसी नागरिकों को 30 दिन का मुफ्त वीजा प्रदान करेगा. इस कदम से दोनों देशों के बीच लोगों से लोगों के संपर्क बढ़ने और पर्यटन को गति मिलने की उम्मीद है. यह भारत की ‘वैश्विक मेहमाननवाजी’ को दर्शाने वाला कदम माना जा रहा है.

रूस से बिना रुकावट तेल आपूर्ति जारी रहेगी

ऊर्जा सुरक्षा के मोर्चे पर एक अहम आश्वासन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से मिला. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने भारत को बिना किसी रुकावट के तेल की आपूर्ति जारी रखने की घोषणा की. पिछले कुछ वर्षों में रूस भारत का प्रमुख कच्चे तेल आपूर्तिकर्ता बन गया है और यह आश्वासन भारत की ऊर्जा जरूरतों की स्थिरता सुनिश्चित करता है.

व्यापार और सहयोग के नए रास्ते

हालांकि किसी बड़े रक्षा सौदे की घोषणा नहीं हुई, लेकिन दोनों देशों ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग को नई गति देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए. इनमें शामिल हैं:

  • जहाज निर्माण में सहयोग.

  • भारतीय नाविकों को बर्फीले ध्रुवीय समुद्री इलाकों में जहाज चलाने का प्रशिक्षण.

  • नई शिपिंग लेन और लॉजिस्टिक्स में निवेश.

  • सिविल परमाणु ऊर्जा सहयोग को आगे बढ़ाना.

  • महत्वपूर्ण खनिजों (क्रिटिकल मिनरल्स) की आपूर्ति और अन्वेषण पर सहयोग.

निष्कर्ष: रणनीति और अर्थव्यवस्था पर जोर

पीएम मोदी की यह यात्रा इस बात का संकेत है कि भारत अपनी विदेश नीति में संतुलन बनाए रखते हुए, रूस के साथ ऐतिहासिक संबंधों को नए आर्थिक और तकनीकी सहयोग से मजबूत करना चाहता है. फ्री वीजा और तेल आपूर्ति जैसे ठोस कदमों के साथ-साथ दोनों नेताओं ने दोस्ती को ‘ध्रुव तारा’ बताकर एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश दिया है कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद यह साझेदारी मजबूत बनी रहेगी. यह संबंध अब केवल रक्षा खरीद तक सीमित नहीं, बल्कि समग्र आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी की ओर बढ़ रहा है.

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