मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विंध्य का इलाका खूबसूरत जलप्रपात, वन और नदियों के साथ – साथ खनिज पदार्थों के लिए भी जाना जाता है. हाल के कुछ सालों में बढ़ते मेडिकल नशे (Vindhya Cough Syrup) के कारण विंध्य के रीवा (Rewa) और सतना की तुलना पंजाब से होने लगी है. हालांकि नशे की बढ़ती खपत को कम करने और युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए सरकार अपने स्तर पर लगातार प्रयास कर रही है. विंध्य फर्स्ट ने भी इस गंभीर समस्या से विंध्य की जनता को उबारने और उन्हें स्वस्थ जीवन की ओर फिर से लौटाने का बीड़ा उठाया और लगातार कफ सिरप के फैलते ज़हर को लेकर 7 भागों में वीडियो की. जिसमें युवाओं और डॉक्टर्स से भी बात की. बता दें कि युवाओं का शरीर नशे की आगोश में ख़राब हो रहा है. लगातार इसके इस्तेमाल से परिवार टूट रहे हैं और समाज में भी इसका गलत असर हो रहा है. इस नशे से युवा पीढ़ी को बचाने के लिए शहर के गणमान्य नागरिक, मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला (Rajendra Shukla), रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल, पुलिस महानिरीक्षक डॉ. महेंद्र सिंह सिकरवार, विश्वविद्यालय के कई प्रोफेसरों सहित अन्य लोगों ने अपनी तरफ से अपील की है. लोगों ने अपील की है कि आज के युवा इस ज़हरीले धीमे नशे से दूर रहें.
मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने विंध्य की जनता से कहा कि, मैं अपील करता हूं खास तौर से युवाओं से इस नशे से दूर रहें. पूरा परिवार आपके बेहतर भविष्य को देखने के लिए आपकी परवरिश करता है. जब आप सक्षम नागरिक बनेंगे तो समाज के काम आएंगे परिवार के काम आएंगे लेकिन यदि आप कोरेक्स के आदि हो जाएंगे तो ना आप परिवार के काम आएंगे और ना ही समाज के काम आएंगे बल्कि आप पूरी तरह से गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं और जो लोग आपसे जुड़े मित्र या कोई जानकार इसकी गिरफ्त में आ गया है उसको सुधारने के लिए आप लोग भी अपना योगदान दें. कोरेक्स का नशा बहुत ही खतरनाक नशा होता है यह बच्चों के जीवन को बर्बाद कर देता है, पूरा भविष्य अंधकारमय हो जाता है इसलिए नई पीढ़ी को कोरेक्स के नशे से बचाने के लिए रीवा में एक विशेष अभियान पुलिस महकमा चला रहा है. निश्चित सीमा से ज्यादा कोई स्टॉक अवैध रूप से यदि किया हुआ पकड़ा जाता है तो एनडीपीएस एक्ट में उनके खिलाफ कारवाई हो सकती है. कोरेक्स का व्यापार करने वाले लोग अब अंडरग्राउंड हो रहे हैं. आम व्यक्ति भी इस मामले जागरूक हो और सक्रिय हो और अगल-बगल नजर रखें कि युवा पीढ़ी कैसे इस नशे के आगोश में फंस गई हैं. उसको आइडेंटिफाई करके उनसे संपर्क करें और उन बच्चों के जीवन को बचाने का काम करें इसलिए मैं विंध्य फर्स्ट के माध्यम से सभी से निवेदन करता हूं कि आइए हम सारे लोग मिल कर रीवा और विंध्य क्षेत्र को कोरेक्स (corex) मुक्त बनाने का जो अभियान है उसको सफल बनाए.
रीवा शहर कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने अपील करते हुए कहा कि कोरेक्स रीवा में एक बड़ी सामाजिक बीमारी है. युवाओं के विकास में सबसे बड़ी बाधा है. आज की तारीख में यह नशा कहीं भी मध्य प्रदेश के अन्य हिस्से से या भारत के अन्य हिस्से के मुकाबले रीवा में बहुत ज्यादा है. इससे सबसे अधिक प्रभावित हमारा मध्यम वर्ग का युवा है. यह युवा बेरोजगारी की समस्याओं से ग्रसित होकर फ्रस्ट्रेट होकर कोरेक्स की शरण में जाता है और धीरे-धीरे एक ऐसी आदत पड़ जाती है. मैं अपील करता हूं समस्त रीवा के प्रबुद्ध लोगों से, परिवार जनों से कि कोरेक्स से हमारे बच्चों को बचाएं. यह केवल नशा नहीं है यह उनके शरीर को हमेशा के लिए खराब कर देता है. इस बड़ी लड़ाई से पूरे समाज को लड़ना होगा. मुझे बड़ा आश्चर्य होता है कि यह बिक क्यों रही है. यह कहां से आती है, कैसे बिक रही है. मेरा यह मानना है कि कोई भी नशे का कारोबार बिना पुलिस के संरक्षण के नहीं हो सकता है.
पुलिस महानिरीक्षक डॉ. महेंद्र सिंह सिकरवार ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आप अपने घरों में विशेषकर बच्चों को देखें कि वो कहीं किसी नशे से तो नहीं जुड़ा है. विशेषकर कोरेक्स और इस प्रकार की जो दवाइयां का सेवन तो नहीं कर रहा है. यह बहुत आसानी से मिल जाती हैं. इसमें आप सब लोगों की भूमिका बहुत ही महत्त्वपूर्ण है. बच्चों को समझाएं कि पूरी जनरेशन बर्बाद हो रही है. कप शिरप आपके दिमाग को बिल्कुल शिथिल कर देती हैं. आप ना तो पढ़ने के काम के रहते हैं ना किसी अन्य किसी काम के रहते हैं.
TRS महाविद्यालय की प्रिंसिपल डॉ अर्पिता अवस्थी ने सभी युवा साथियों से अपील करते हुए कहा कि वह कोरेक्स के नशे से दूर रहें. यह सस्ता है परंतु बहुत घातक नशा है. इसकी चपेट में आकर हमारे युवा बहुत सारी ऐसी अनैतिक गतिविधियों में संलग्न हो जाते हैं. नशा की आदत पूरी करने के लिए पैसे की जरूरत पड़ती है. पैसा नहीं मिलता तो वह कई अनैतिक काम करने में संलग्न हो जाते हैं. तो इन सभी बुराइयों से बचने के लिए मैं सभी से अपील करूंगी कि किसी भी तरह का चाहे वह कोरेक्स हो चाहे कोई भी नशा हो उससे दूर रहें.
रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने अपील की है कि फैमिली घरों में युवाओं का ध्यान रखें और साथ में उनको किसी ना किसी रचनात्मक कार्यों में जोड़े. चाहे पढ़ाई हो, चाहे उनके भविष्य का उद्देश्य हो, उनका लक्ष्य हो, या फिर रचनात्मक कार्य जैसे स्पोर्ट्स हो. युवा पीढ़ी इस तरीके से नशे की चीजों से दूर रहेंगे. ऐसे लोग जो नशे के कारोबार से जुड़े हैं उनकी भी सूचना आप गुप्त तरीके से प्रशासन और पुलिस को दे सकते हैं ताकि रीवा में कोई भी किसी तरीके से कारोबार करने की कोशिश करता है तो उन पर हम लोग कारवाही कर सके.
रीवा के गणमान्य नागरिकों ने क्या अपील की सुनने के लिए देखिए ये वीडियो।।