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डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी: लक्षण, बचने के लिए करें ये उपाय

भारत की नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल (national centre for vector borne disease control) ने एक रिपोर्ट (Report)  पेश की. जिसमें बताया गया कि, 30 अप्रैल 2024 तक देश में डेंगू (Dengue) के 19,447 मामले बढ़े हैं. इसकी वजह से 16 लोगों की मौत भी हुई है. जिनमें केरल (Kerala) और तमिलनाडु (Tamilnadu) सबसे आगे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक़ हर साल पूरी दुनिया (World) में 2 करोड़ लोग डेंगू से प्रभावित होते हैं.

क्या है डेंगू
डेंगू एक वायरल डिजीज है, जो संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से लोगों में फैलता है. डेंगू चार संबंधित विषाणुओं में से किसी के कारण हो सकता है. जिनमें DENV-1, DENV-2, DENV-3 और DENV-4 सीरोटाइप शामिल हैं. आम भाषा में इसे हड्डीतोड़ बुखार भी कहा जाता है.

ऐसे फैलता है डेंगू
डेंगू बुखार से पीड़ित रोगी के रक्त में डेंगू वायरस काफी मात्रा में होता है. जब कोई एक डीजीज मच्छर डेंगू के किसी रोगी को काटता है तो वह उस रोगी का खून चूसता है. खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है. मच्छर के शरीर मे डेंगू वायरस का कुछ और दिनों तक विकास होता है. जब डेंगू वायरस युक्त मच्छर किसी अन्य व्यक्ति को काटता है तो उसे भी डेंगू हो जाता है.

डेंगू होने के सामान्य लक्षण
कई लोगों में डेंगू संक्रमण के कोई संकेत या लक्षण नहीं दिखते. लेकिन आमतौर पर ये लक्षण संक्रमित मच्छर के काटे जाने के चार से 10 दिन बाद शुरू होते हैं. जैसे सिरदर्द, मांसपेशियों, हड्डियों या जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी करना, आँखों में दर्द, सूजन आदि.
ज़्यादातर लोग एक हफ़्ते या उससे ज़्यादा समय में ठीक हो जाते हैं. कुछ मामलों में, लक्षण बिगड़ जाते हैं और जानलेवा हो सकते हैं. इसे गंभीर डेंगू, डेंगू रक्तस्रावी बुखार या डेंगू शॉक सिंड्रोम कहा जाता है. इसकी वजह से आपको सदमा, internal bleeding, Organ failure और यहां तक कि आपकी मौत भी हो सकती है. इसके लक्षण नार्मल डेंगू से अलग होते है. जैसे- पेट में तेज दर्द, लगातार उल्टी, आपके मसूड़ों या नाक से खून आना, आपके मूत्र, मल या उल्टी में रक्त, त्वचा के नीचे रक्तस्राव, जो चोट के निशान जैसा लग सकता है, कठिन या तेज़ सांस लेना, थकान, चिड़चिड़ापन या बेचैनी आदि.

क्या कहता है WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 30 अप्रैल 2024 तक देश में डेंगू के 7.6 मिलियन से अधिक मामले सामने आए थे. जिनमें से 3.4 मिलियन confirmed cases थे 16,000 से अधिक गंभीर cases और 3,000 से अधिक मौतें शामिल थीं.
WHO ने कहा कि, भारत सहित कम से कम पांच देश मानसून के मौसम की शुरुआत से डेंगू से जूझ रहे थे.
दुनिया में डेंगू के मामले क्यों बढ़ रहे है
डेंगू महामारी के फैलने के पीछे कई फैक्टर्स जुड़े हुए हैं. जैसे- रोगवाहकों यानि की disease vectors (मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों) का बदलता वितरण, विशेष रूप से उन देशों में जहां पहले डेंगू को लेकर कोई जानकारी नहीं थी. 2023 में अल नीनो घटना के परिणाम और जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में वृद्धि और उच्च वर्षा और आर्द्रता. COVID-19 महामारी के बीच कमजोर स्वास्थ्य प्रणालियां. और जटिल मानवीय संकटों और उच्च जनसंख्या आंदोलनों का सामना करने वाले देशों में राजनीतिक और वित्तीय अस्थिरता.

डेंगू से कैसे बचाव करें

  • डेंगू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका मच्छरों के काटने से बचना है.
  • ऐसे कपड़े पहनना जिससे आपका पूरा शरीर ढका रहे.
  • अपने घर के आस पास पानी इक्कठा न होने दें.
  • घर की सफाई करें और मच्छर मरने वाले स्प्रे का इस्तेमाल करें.