पिछले कुछ दिनों से देश में NEET UG को लेकर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. इसी क्रम में सुप्रीम कोर्ट ने 18 जुलाई को NTA को निर्देश दिया था कि वह 20 जुलाई 2024 को NEET उम्मीदवारों का रिजल्ट दुबारा जारी करें. इसके साथ ही कोर्ट ने छात्रों की पहचान उजागर नहीं करने की बात कही थी.
अब जानते आखिर क्या है पूरा मामला
5 मई 2024 को देशभर के 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर नीट यूजी 2024 की परीक्षा का आयोजन किया जाता है. जिसमें भारत के बाहर के भी 14 शहर शामिल हैं. नीट एग्जाम ख़त्म होते के साथ ही इसमें धांधली के आरोप लगने शुरू हो गए. 4 जून को नीट यूजी का रिजल्ट आता है और देशभर में छात्र इसे लेकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर देते है. छात्रों का NTA पर सीधा-सीधा आरोप है कि कईयों के मनमाने ढंग से अंक घटाया या बढ़ाया गया है, जिसका असर उनकी रैंक पर हुआ है.
नीट यूजी के रिजल्ट में क्या चीजें थी चौकाने वाली
नीट-यूजी 2024 में कुल 67 छात्रों ने 720 अंक हासिल किए थे, जो NTA के इतिहास में पहली बार हुआ है. वहीं दूसरा परफेक्ट स्कोर करने वालों में छह छात्र हरियाणा के एक ही केंद्र से हैं. इससे छात्रों ने परीक्षा में अनियमितताओं का भी आरोप लगाया है. इसमें कई स्टूडेंट्स ऐसे थे जिनके मार्क्स अच्छे थे लेकिन उसके बाद भी NTA ने उन्हें कम नंबर दिए थे. इतना ही नहीं NTA ने 1,500 से ज्यादा स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देकर पास किये थे. इस तरह NTA पर परीक्षा में गड़वड़ी कराने के साथ-साथ धांधली के आरोप लगने भी शुरू हो गए.
NTA की स्थापना केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर योग्यता परीक्षाओं का आयोजन करने के लिए एक स्वायत्त संगठन के रूप में की गई है. साथ ही NTA को परीक्षा की संपूर्ण तैयारी, उसके आंकलन, कार्यान्वयन और इससे जुड़े मुद्दों के समाधान की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
NTA में प्रशासनिक उलटफेर
इतना ही नहीं केंद्र की नीट परीक्षा का आयोजन करवाने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के सुबोध कुमार सिंह को महानिदेशक के पद से भी हटा देती है. उनकी जगह प्रदीप सिंह खरौला को NTA के महानिदेशक पद का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया जाता है.
इन सब के बाद 1563 उम्मीदवारों के लिए 23 जून को फिर से नीट की परीक्षा आयोजित करवाई जाती है. जिसमें 1563 कैंडिडेट्स में से 813 उम्मीदवारों ने एग्जाम ही नहीं दिया. बाकि 750 कैंडिडेट्स सेण्टर में पहुंचते ही नहीं है. फिर इसके कुछ ही देर बाद CBI पेपर लीक मामले में पहली FIR दर्ज करती है.
इसके बाद 24 जून को OMR शीट की गड़बड़ियों में NTA अधिकारियों के शामिल होने की याचिका पर 8 जुलाई को सुनवाई करवाने का फैसला किया जाता है. फिर उसी दिन महाराष्ट्र से ATS 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करता है जिनमे से 2 को गिरफ्तार किया जाता है.
फिर 26 जून को पटना की विशेष CBI कोर्ट पेपर लीक के दो आरोपियों को 3 दिन की CBI रिमांड पर भेजता है. इसी के साथ कोलकाता पुलिस 12 लाख रुपए के बदले मेडिकल सीट दिलाने वाले एक शख्स को गिरफ्तार करता है. फिर उसी दिन CBI ने झारखंड में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल प्रिंसिपल और स्टाफ समेत 11 लोगों को हिरासत में लेने के बाद 28 जून को CBI झारखंड से प्रिंसिपल समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार करती है.
1 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट नीट एग्जाम की पहली सुनवाई करता है. यह सुनवाई OMR शीट की गड़बड़ी में NTA अधिकारियों की भूमिका से जुड़ी याचिका पर होती है. जिसमें सुप्रीम कोर्ट में RENEET के खिलाफ 5 कैंडिडेट्स याचिका दायर करते है. फिर 2 जुलाई को देश भर में NTA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो जाता है. इस विरोध के वक्त ही राहुल गांधी NEET पर चर्चा को लेकर प्रधानमंत्री को एक लेटर लिखते है.
नीट से जुड़े अहम पहलुओं को जानने के लिए देखिए पूरा वीडियो ||