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महिला DSP वर्षा पटेल: महिला वर्ग में प्रथम रैंक प्राप्त कर DSP बनी, नवजात बेटी को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू

महिला DSP वर्षा पटेल: महिला वर्ग में प्रथम रैंक प्राप्त कर DSP बनी, नवजात बेटी को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू

महिला DSP वर्षा पटेल: महिला वर्ग में प्रथम रैंक प्राप्त कर DSP बनी, नवजात बेटी को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू

महिला DSP वर्षा पटेल: मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की परीक्षा में मैहर की वर्षा पटेल ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने सफलता प्राप्त कर डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) के पद पर चयन प्राप्त किया है। इस सफलता की सबसे खास बात यह है कि इंटरव्यू के समय वर्षा की नवजात बेटी महज बीस दिन की थी। उन्होंने अपनी बेटी को गोद में लेकर ही इंटरव्यू दिया और शानदार प्रदर्शन करते हुए महिला वर्ग में प्रथम रैंक हासिल की।

महिला DSP वर्षा पटेल: महिला वर्ग में प्रथम रैंक प्राप्त कर DSP बनी, नवजात बेटी को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू
महिला DSP वर्षा पटेल: महिला वर्ग में प्रथम रैंक प्राप्त कर DSP बनी, नवजात बेटी को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू

बचपन से था संघर्ष का स्वभाव

वर्षा पटेल मूल रूप से मैहर जिले के भरेबा गाँव की निवासी हैं। उनकी स्कूली शिक्षा दमोह में हुई और कक्षा बारहवीं में उन्होंने पचहत्तर प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इसके बाद उन्होंने जीव विज्ञान विषय से स्नातक (B.Sc) की पढ़ाई पूरी की। MPPSC की तैयारी के लिए उन्होंने ज्यादातर स्वयं अध्ययन पर भरोसा किया और केवल छह महीने के लिए इंदौर में कोचिंग ली थी।

पति ने दिया अटूट सहयोग

वर्षा की इस सफलता के पीछे उनके पति संजय कुमार का पूरा सहयोग रहा। संजय एक इंजीनियर हैं। उन्होंने अपनी पत्नी की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी और मैहर में रहकर एक व्यवसाय शुरू किया। इसका उद्देश्य यह था कि वर्षा बिना किसी व्यवधान के पूरी एकाग्रता के साथ अपनी तैयारी जारी रख सकें।

महिला DSP वर्षा पटेल: महिला वर्ग में प्रथम रैंक प्राप्त कर DSP बनी, नवजात बेटी को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू
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लक्ष्य अभी और ऊँचा है

वर्षा का मानना है कि DSP बनना उनके लंबे संघर्ष का एक पड़ाव है, लेकिन उनकी मंज़िल अभी और दूर है। उनका अगला लक्ष्य डिप्टी कलेक्टर का पद हासिल करना है। वर्तमान में वे अगली परीक्षा की तैयारी कर रही हैं और अपने चौथे प्रयास में इस लक्ष्य तक पहुँचने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं।

अपने इंटरव्यू के अनुभव को साझा करते हुए वर्षा ने बताया, “बीस दिन की बेटी श्रीजा को लेकर जब मैं इंटरव्यू देने गई थी, तब पूरा विश्वास नहीं था। लेकिन जब मैंने सभी सवालों का जवाब आत्मविश्वास से दिया, तो मुझे लगा कि सफलता इस बार अवश्य मिलेगी।”

महिला DSP वर्षा पटेल: महिला वर्ग में प्रथम रैंक प्राप्त कर DSP बनी, नवजात बेटी को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू
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