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एंबुलेंस के इंतजार में हुई दोपहर, मौत के बाद भी नहीं जागा प्रशासन, मजबूर परिजन ऑटो में ले गए शव

सतना जिले के मझगवां सिविल अस्पताल (Satna majhgawan hospital) में एक शर्मनाक तस्वीर सामने आयी है. यहां एक प्रसूता की मौत के बाद घर ले जाने के लिए परिजनों को एक भी शव वाहन या फिर एम्बुलेंस (Ambulance) नहीं मिली. कई घंटे की मशक्कत के बाद भी कोई इंतजाम नहीं हुआ तो परिजनों को मजबूरी में ऑटो पर ही शव को रखकर ले जाना पड़ा. घटना के बाद ऑटो में शव ले जाने का वीडियो (VIDEO) सोशल मीडिया (Social Media) में तेजी से वायरल हो गया.

मझगवां तहसील के झरी ग्राम निवासी सविता मावशी नामक एक महिला को पेट दर्द होने के वजह से सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया था. यहां उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार की मृतका का नाम सविता मावशी है जिसकी उम्र 28 वर्ष है.

15 दिन पहले दिया था शिशु को जन्म
बता दें कि मृतका ने 15 दिन पहले ही इसी अस्पताल में नवजात शिशु को जन्म दिया था, जिसके बाद वह स्वस्थ होकर अपने घर जा चुकी थी. हालांकि डिलीवरी के बाद से ही महिला के पेट में दर्द बना रहता था. जब दर्द बढ़ा तो इलाज के लिए महिला को फिर अस्पताल लाया गया. यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.  

एंबुलेंस के इंतजार में हुई दोपहर
मौत के बाद परिजनों ने जब अस्पताल प्रबंधन, डॉक्टर और स्टाफ से एंबुलेंस की मदद मांगी तो उसे सुबह से लेकर दोपहर तक यह कहकर इंतजार कराया गया की एंबुलेंस आ रही है. दोपहर तक जब परिजनों को शव वाहन या एंबुलेंस नहीं मिला, तब ऐसे में उन्हें मजबूरन ऑटो में मृतका का शव रखकर अपने घर ले जाना पड़ा. मृतका का गांव जिला अस्पताल से करीब 20 किलोमीटर दूर था. मजबूरन परिजनों को मृतिका के शव को ऑटो में रखकर अपने घर ले जाना पड़ा.