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Toggleश्रीनिवास तिवारी मूर्ति स्थापना विवाद: रीवा में मूर्ति स्थापना पर सियासी जंग तेज, भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
श्रीनिवास तिवारी मूर्ति स्थापना विवाद: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी की मूर्ति स्थापना को लेकर रीवा में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है. इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस छिड़ी हुई है. भाजपा ने कांग्रेस पर राजनीतिक फायदा उठाने का आरोप लगाते हुए नियमों की अनदेखी करने को लेकर सवाल उठाए हैं.

भाजपा नेता ने कांग्रेस पर लगाया राजनीतिक रोटी सेंकने का आरोप
नगर पालिका निगम अध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता व्यंकटेश पाण्डेय ने कांग्रेस पर कड़ा पलटवार किया. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस मुद्दे का इस्तेमाल सिर्फ़ राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए कर रही है. पाण्डेय ने दावा किया कि जिस स्थान पर मूर्ति लगाने की मांग की जा रही है, वहां नियमों के अनुसार अनुमति नहीं ली गई है. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि जब भाजपा के महापौर थे, तब ही श्रीनिवास तिवारी की मूर्ति लगाने की घोषणा की जा चुकी थी.
पीटीएस चौराहे का विकल्प और कांग्रेस पर आरोप
भाजपा नेता ने बताया कि कांग्रेस को पीटीएस चौराहे पर मूर्ति स्थापित करने का विकल्प भी दिया गया था. लेकिन उनके अनुसार, कांग्रेस का उद्देश्य सिर्फ़ राजनीति करना है और वह वास्तव में मूर्ति स्थापना नहीं चाहती. इस पर कांग्रेस ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.

सांसद जनार्दन मिश्रा का बयान, कांग्रेस पर पाखंड का आरोप
रीवा के सांसद जनार्दन मिश्रा ने भी इस मुद्दे पर बयान देकर स्थिति को और गर्म कर दिया. उन्होंने कहा कि मूर्ति स्थापना के लिए राजनीतिक पाखंड नहीं होना चाहिए. मिश्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस जबरदस्ती पुलिस विभाग की जमीन पर मूर्ति लगाना चाहती है, जबकि इसके लिए उचित स्थान का चयन आवश्यक है.
मामला बना प्रतिष्ठा की जंग
यह मामला अब सिर्फ़ एक मूर्ति स्थापना तक सीमित नहीं रह गया है. यह विंध्य क्षेत्र की राजनीति में प्रतिष्ठा और प्रभुत्व की लड़ाई बन गया है. कांग्रेस इसे अपनी अस्मिता से जोड़कर देख रही है, जबकि भाजपा नियम और व्यवस्था का हवाला दे रही है. राजनीतिक गलियारों में इस मुद्दे को लेकर काफी हड़कंप है और दोनों पक्षों के बीच तनाव बना हुआ है.