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Toggleराज्यसभा में तूफान: राहुल के 28 मिनट के भाषण में 5 बार हंगामा, खड़गे ने लगाए ‘वंदे मातरम्’ के नारे
📌 मुख्य बातें
- ✅ 28 मिनट के भाषण में 5 बार हंगामा
- ✅ मल्लिकार्जुन खड़गे ने लगाए ‘वंदे मातरम्’ नारे
- ✅ संसद के मानसून सत्र में विवाद
- ✅ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
- ✅ राजनीतिक तनाव बढ़ा
- ✅ दोनों पक्षों ने दी प्रतिक्रियाएं
क्या हुआ राज्यसभा में?
राज्यसभा में तूफान: बुधवार को राज्यसभा में एक ऐसा नज़ारा देखने को मिला जिसने पूरे देश का ध्यान खींच लिया। नेता विपक्ष राहुल गांधी ने जब अपना भाषण शुरू किया तो सदन में तूफान आ गया। महज 28 मिनट के इस भाषण में पांच बार हंगामा हुआ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘वंदे मातरम्’ के नारे लगाकर माहौल को और गरमा दिया।
⏱️ समयरेखा
2:30 PM: राहुल गांधी ने भाषण शुरू किया
2:42 PM: पहला हंगामा हुआ
2:55 PM: खड़गे ने नारे लगाए
3:15 PM: भाषण समाप्त हुआ
📊 हंगामे का विवरण
कुल हंगामे: 5 बार
भाषण की अवधि: 28 मिनट
मुख्य नारा: वंदे मातरम्
सत्र: मानसून सत्र
भाषण के विवादित बिंदु
“हमारी सरकार लोगों की आवाज़ दबा रही है। लोकतंत्र खतरे में है। यह सिर्फ हमारी बात नहीं, पूरा देश महसूस कर रहा है।”
राहुल गांधी के भाषण में कई ऐसे मुद्दे थे जिन पर सरकार पक्ष सहमत नहीं था:
- आर्थिक नीतियों पर सवाल
- लोकतंत्र की स्थिति पर चिंता
- मीडिया की स्वतंत्रता पर टिप्पणी
- विपक्ष के साथ व्यवहार पर आरोप
खड़गे का ‘वंदे मातरम्’ मोमेंट
सबसे चर्चित पल तब आया जब मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी सीट से उठकर ‘वंदे मातरम्’ के नारे लगाए। यह क्षण कैमरे में कैद हो गया और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
💬 खड़गे की प्रतिक्रिया
“मैंने वंदे मातरम् का नारा लगाया क्योंकि यह हमारा राष्ट्रीय नारा है। संसद में राष्ट्रभक्ति दिखाना कोई गलत बात नहीं है। हमें इस पर गर्व है और हम किसी से डरने वाले नहीं हैं।”
वीडियो में देखें पूरा विवाद
🎬 वीडियो हाइलाइट्स
पूरा विवाद 2 मिनट 30 सेकंड के वीडियो में
विभिन्न दलों की प्रतिक्रियाएं
भाजपा
“संसद में इस तरह का व्यवहार अनुचित है। विपक्ष को गरिमापूर्ण तरीके से बहस करनी चाहिए।”
कांग्रेस
“यह लोकतंत्र की अभिव्यक्ति है। हमें अपने विचार रखने का पूरा अधिकार है।”
अन्य दल
“संसद में अनुशासन बनाए रखना जरूरी है। दोनों पक्षों को समझदारी दिखानी चाहिए।”
ऐतिहासिक संदर्भ
भारतीय संसद में विवादों का इतिहास
| वर्ष | घटना | विवाद |
|---|---|---|
| 2015 | अन्ना हजारे विधेयक | 25 दिन तक हंगामा |
| 2018 | नोटबंदी बहस | लगातार व्यवधान |
| 2021 | कृषि कानून | सदन स्थगन |
| 2024 | वर्तमान घटना | 5 बार हंगामा |
भविष्य के प्रभाव
इस घटना के कई दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं:
- संसदीय समिति की बैठक – इस मामले पर चर्चा हो सकती है
- दलों के बीच तनाव – राजनीतिक रिश्तों पर असर
- सार्वजनिक राय – जनता की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण
- भविष्य की कार्यवाही – आने वाले सत्रों में बदलाव
!ध्यान दें
यह घटना संसदीय लोकतंत्र में स्वस्थ बहस और अनुशासन के बीच संतुलन के महत्व को रेखांकित करती है। दोनों पक्षों की जिम्मेदारी है कि वे लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखें।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड
इस घटना ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है:
- #RajyaSabhaRuckus ट्रेंड कर रहा है
- #VandeMataram टॉप ट्रेंड्स में
- राहुल गांधी के भाषण के क्लिप्स वायरल
- खड़गे के नारे पर चर्चा