Vindhya First

विरासत

पद्मश्री जोधइया बाई विंध्य में उमरिया के लोहरा गांव की रहने वाली थीं. वे बैगिन पेंटिंग को पुनर्जीवित कर रही थीं. बैगाओं के घरों की दीवारों को सुशोभित करने वाले बड़ेदेव और बाघासुर की छवियां कम होते देखकर जोधइया बाई ने आधुनिक रंगों से कैनवास और ड्राइंग शीट पर उसी कला को उकेरना शुरू किया था.

पद्मश्री जोधइया बाई बैगा की कहानी, पति की मौत, 69 की उम्र में बैगिन पेंटिंग को दुनिया में दिलाई पहचान

पद्मश्री जोधइया बाई बैगा (Jodhaiya Bai Baiga) उम्दा चित्रकार थीं. जोधइया बाई की बनाई बैगा पेटिंग (Baiga Painting) देश और दुनिया भर में पहचानी जाती

रीवा के सिरमौर में रहस्यमयी शैलचित्र, भीमबेटका से होती है तुलना, जानिए 10 हजार साल पुराना इतिहास

सिरमौर की रॉक पेंटिग, अपनी पहचान के लिए मोहताज हैं. आज पूरी दुनिया के लोग भीम बैठका को देखने के लिए जाते हैं. इस बारे में इतिहासकारों का कहना है कि हमारे यहां रॉक पेंटिंग की कमी नहीं है. लेकिन संरक्षण के अभाव में यह अपनी पहचान खो रहे हैं.

कृष्णा-राज कपूर का रीवा से खास लगाव था. उन्होंने अपनी बेटी का नाम रीवा से प्रभावित होकर 'रीमा' रखा. फिल्मी दुनिया के पॉपुलर स्टार्स रणबीर कपूर, करिश्मा कपूर, करीना कपूर उनके पोते-पोती हैं.

कृष्णा-राज कपूर की शादी में दुल्हन की तरह सजा था रीवा, तांगा और बैलगाड़ी से आए थे बाराती!

द ग्रेट शोमैन के नाम से बॉलीवुड में अलग पहचान रखने वाले राज कपूर (Raj Kapoor) की शादी का किस्सा बहुत मशहूर है. राज कपूर

सिंधु सभ्यता के लोग मुख्यतः कृषि और पशुपालन कर अपना जीवनयापन किया करते थे. उस समय के लोगों को बाइनरी डीजिट्स, दशमलव प्रणालि (DECIMALS SYSTEMS), त्रिकोणमिति (TRIGONOMETRY) औक GEOMETRY जैसे गणित का भी ज्ञान था.

Harappan Civilization: भारत और पाकिस्तान में सिंधु घाटी सभ्यता की शताब्दी, क्या कहता है 100 साल पुराना इतिहास

सिंधु घाटी की सभ्यता को Harappan Civilization भी कहते हैं. इस सभ्यता की खोज 100 साल पहले 20 सितंबर 1924 को हुई. अभी हाल ही

सहज स्वभाव के धनी पद्मश्री बाबूलाल दाहिया का सांस्कृतिक संरक्षण

पद्मश्री से नवाजे गए,कई अवार्ड्स से भरा पूरा कमरा, 200 किस्मों की धान से लहलहाता पूरा खेत और एक छोटा सा म्यूज़ियम जिसमें विलुप्त हो