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सीधी मध्यप्रदेश का वह जिला जिसे ‘बीरबल’ की जन्मस्थली के रूप में भी जानते हैं

मध्यप्रदेश के आदिवासी जिलों में शामिल सीधी जो अपनी प्राकृतिक ऐतिहासिक और साहित्यिक पृष्ठ भूमि के लिए जाना जाता है. राजधानी भोपाल से 609 किलोमीटर की दूरी पर प्रदेश के उत्तर पूर्वी भाग में बसा यह जिला वन्य क्षेत्र और  उपजाऊ मिट्टी के लिए भी जाना जाता है.

प्रदेश की महत्वपूर्ण नदियों में शामिल सोन नदी यहां की खेती के लिए जीवनदायिनी है. अपनी बुद्धिमत्ता के लिए मशहूर ‘बीरबल’ की जन्म स्थली के रूप में भी सीधी की पहचान है. बीरबल को मुगल शासक अकबर के नवरत्नों में शामिल किया गया था.

इतिहास के पन्नों में सीधी

मध्यप्रदेश के सबसे पुराने जिलों में शामिल सीधी राजतंत्र में रीवा रियासत के कार्य क्षेत्र में आता था, पूर्व राजतंत्र में जमीदारों के अधीन सीधी को संगठित रखा गया, 1938 में सीधी को प्रशासकीय दर्जा दिया गया. साल 1949 में इसे विंध्य प्रदेश के जिले का दर्जा भी मिला. लोगों में ऐसी मान्यता है कि चौहान क्षत्रियों की बसाहट के कारण इसे ‘चौहान खंड’ नाम से भी जाना जाता रहा है. इतिहास केे जानकार बताते हैं कि नरसिंह चौहान मैनपुरी से सीधी आए जिन्हें उस समय चुरहट घराने से  64 ग्राम दिए गए और उस क्षेत्र को ही सीधी का चौहान खंड कहा गया.

भाषा और संस्कृति

ऐतिहासिक पन्नों में यह विवरण मिलता है कि सीधी  बघेलखंड का हिस्सा रहा है इसी कारण  यहां मुख्य रूप से बघेली बोली का प्रयोग होता है. यहां की भाषा हिंदी है जिससे सीधी में लोकसंस्कृति की झलक देखने को मिलती है.

प्रकृति की अनुपम देन-सीधी

प्रकृति के अत्यंत करीब रहने वाले सीधीवासी अपनी सामाजिक-सांस्कृतिक विविधता और आदिवासी इतिहास को सहेजने वाले रहे हैं. सीधी में कैमूर, केहजुआ और रानीमुण्डा की पहाड़ियों की सुंदरता देखते बनती है. महुआ के फूल की मीठी महक से घने जंगल सुगन्धित होते हैं. 

पर्यटकों का आकर्षण

सीधी का संजय नेशनल पार्क पर्यटकों के प्रमुख आकर्षण केंद्र में से एक है. इस पार्क को संजय-डुबरी टाइगर रिजर्व के हिस्से के रूप में भी जाना जाता है. यह जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूरी पर स्थिति है. इनके साथ ही सोन घड़ियाल सेंचुरी,  बगदरा अभ्यारण पर्यटक को अपनी ओर खींचते चले जाते हैं. रीवा-सीधी के सफर को मोहनिया टनल और भी खूबसूरत बना देता है. इसकी लंबाई 2280 मीटर होने के साथ ही इसे मध्य प्रदेश की सबसे लंबी सुरंग होने का भी गौरव प्राप्त है.

एक नजर में सीधी की मुख्य जानकरी

सात तहसीलों से बने इस जिले की जनसंख्या – 13,97,000 है. सीधी का क्षेत्रफल 4851वर्ग किमी है. यहां की साक्षरता दर  66.09% है. चार विधानसभा क्षेत्र वाले जिले की लोकसभा सीट सीधी ही है. सीधी रीवा संभाग में शामिल जिला है.