रीवा जिले के सिरमौर जनपद अंतर्गत बड़ी हरदी के ग्रामीण आवारा पशुओं से काफी ज्यादा परेशान हैं. यह समस्या केवल एक गांव की नहीं बल्कि 10 ग्राम पंचायतों की है. पिछले 4-5 साल से परेशान यहां के लोगों ने कई बार प्रशासन के सामने अपनी परेशानी रखी. कलेक्टर से लेकर विधायक तक के सामने अपनी बात रखी लेकिन समस्या का समाधान अब तक मिला नहीं. अब गांव वालों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला ले लिया है.
गांव के किसानों ने एक बैठक रखी जिसमें उन्होंने यह फैसला लिया कि अगर आवारा पशुओं से प्रशासन निजात नहीं दिलाता तो वह जनप्रतिनिधियों का बहिष्कार करेंगे और किसी भी नेता को गांव में घुसने नहीं देंगे.
गांव वालों ने अवारा पशुओं को रोकने के लिए तार से फेंसिंग भी करवाई है लेकिन उसके बाद भी फसल नहीं बच रही है. आवारा पशुओं की वजह से गांव के कई खेत बंजर पड़े हुए हैं, गांव वालों ने सरकारी जमीन के 9 एकड़ के स्थान को गौशाला बनवाने के लिए प्रस्ताव भी दिया था लेकिन ये प्रस्ताव भी ठंडे बस्ते में चला गया.
आवारा पशुओं की संख्या बहुत ज्यादा है. गांव के लोगों का कहना है कि बाहर से लाकर पशुओं को छोड़ दिया जाता है और यह खेती को बड़ा नुकसान पहुंचाते हैं.
गांव के जो लोग पूरी तरह से किसानी पर निर्भर हैं उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी है. रबी और खरीफ दोनों तरह की फसले यहां किसान नहीं उगा पा रहे हैं. अब उनके खाने-पीने का इंतजाम भी मुश्किल से हो पा रहा है. पिछले चार-पांच सालों से है और अब पूरी तरह से थक हार के किसानों ने यह बड़ा फैसला लिया है.
मध्यप्रदेश में बनाई जाने वाली 900 गौशालाओं का निर्माण अब तक नहीं हुआ है. प्रदेश में 1000 गौशालाओं के निर्माण की घोषणा के अंतर्गत 900 ग्रामों को चिन्हित कर काम शुरू कर दिया गया है लेकिन सारा काम मात्र कागजों पर हो रहा है,जमीन पर कहीं कोई निर्माण नही हो रहा है.