मध्य प्रदेश का परचम एक और मामले में पूरे देश में सबसे आगे हुआ है, लेकिन इस बार किसी तारीफ का हकदार नहीं बल्कि नजरे झुकाने वाली बात सामने आई है. दरअसल, NCRB द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में मध्य प्रदेश छेड़खानी और महिलाओं के साथ अश्लील हरकतों के मामले में पहले नंबर पर है. यही नहीं मध्यप्रदेश का सबसे सुंदर और स्वच्छ शहर के नाम का खिताब हासिल करने वाला इंदौर देश में 6वें नंबर पर है.
क्या कहते हैं देश के आंकड़े
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे देश में 2022-23 में जितने मामले दर्ज हुए हैं उनमें से मध्य प्रदेश से अकेले 39 फीसदी केस सामने आए हैं. प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर महिलाओं के साथ छेड़खानी के मामलों में 44 केसों के साथ पूरे देश में छठवें नंबर पर है.
सार्वजनिक जगहों पर अश्लील हरकतें, गंदे कमेंट और अश्लील गाना गाने के सबसे ज्यादा मामले मध्य प्रदेश में दर्ज हुए हैं. केंद्र सरकार द्वारा एनसीआरबी के डेटा के आधार पर तैयार कराई गई रिपोर्ट के मुताबिक 2022-23 में देशभर में ऐसे 25,741 मामले दर्ज हुए हैं.
जिसमें 10133 मामलों के साथ मध्य प्रदेश पहले नंबर पर है, दूसरे नंबर पर तमिलनाडु जहां 5356 मामले सामने आए. तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र जहां 4222 मामले दर्ज हुए हैं, उत्तर प्रदेश 2874 मामलों के साथ चौथे नंबर पर है. पांचवें नंबर पर केरल जहां 955 मामले सामने आए. छठे नंबर पर आंध्र प्रदेश 657 मामले. छत्तीसगढ़ 579 मामलों के साथ सातवें नंबर पर. असम में 343 मामले सामने आए. इसके बाद नौवें नंबर पर हरियाणा 234 मामलों के साथ. तेलंगाना में 187 मामले. वहीं सबसे कम कहा जाए तो ओडिशा और गुजरात उड़ीसा में 75 मामले गुजरात में 54 मामले सामने आए हैं.
देश के बड़े शहरों में टॉप 10
महाराष्ट्र के शहर अव्वल दर्जे पर हैं. 19 बड़े शहरों के थानों में इस तरह के अपराधों पर दर्ज मामलों के अध्ययन में पता चलता है कि, महाराष्ट्र के दो बड़े शहर पहले और दूसरे नंबर पर हैं. 471 मामलों के साथ नागपुर पहले नंबर पर तो 121 मामलों के साथ मुंबई दूसरे नंबर पर है. तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश से कानपुर 95 मामलों के साथ, चौथे नंबर पर केरल से कोच्चि 52 मामलों के साथ, पांचवें नंबर पर केरल से कोझिकोड 50 मामलों के साथ और छठे नंबर पर मध्य प्रदेश से इंदौर 44 मामलों के साथ. सातवें नंबर पर तमिलनाडु से चेन्नई 25 मामलों के साथ, आठवे नंबर पर तेलंगाना से हैदराबाद 20 मामलों के साथ, 9वें नंबर पर उत्तर प्रदेश से गाजियाबाद 12 मामलों के साथ, दसवें नंबर पर दिल्ली और पुणे को रखा गया है जहां 10-10 मामले सामने आए हैं.
इस रिपोर्ट को समाज में नैतिक मूल्यों से जुड़े अपराध के मामलों का आकलन करने और संबंधित राज्यों को इनमें सुधार के निर्देश देने के लिए बनवाई गई है.
CRC रिपोर्ट ने की तारीफ
बात थोड़ी ही पुरानी है, जुलाई 2023 में मध्य प्रदेश सेंट्रल रीजनल काउंसिल यानी सीआरसी की रिपोर्ट में मध्यप्रदेश नंबर वन बन गया. नंबर वन किस मामले में, अपराधों की जांच और कार्रवाई में वो पूरे देश में सबसे आगे रहा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में भोपाल में कुछ महीने पहले सेंट्रल रीजनल काउंसिल की 23 वीं बैठक हुई थी. गृह मंत्री ने मध्य प्रदेश के परफॉर्मेंस की तारीफ की. रिपोर्ट के मुताबिक वूमेन क्राइम, चाइल्ड क्राइम, रेप, पास्को एक्ट, फास्ट ट्रैक कोर्ट के मामले जल्दी निपटाने में एमपी नंबर वन पर है.
एक ओर जहां पूरे देश में एनसीआरबी रिपोर्ट कहती है कि मध्य प्रदेश महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकतों में नंबर वन पर है. तो दूसरी ओर सीआरसी रिपोर्ट यह भी कहती है कि, वूमेन क्राइम, चाइल्ड क्राइम, रेप, पास्को एक्ट, फास्ट ट्रैक के मामले जल्द निपटने में भी मध्य प्रदेश नंबर वन पर है.