रामनिवास चतुर्वेदी को हीमोफीलिया की गंभीर बीमारी है. इसके इलाज के लिए वह विंध्य के सबसे बड़े संजय गांधी अस्पताल में भर्ती तो हो गया है, लेकिन इंजेक्शन के अभाव में मरीज की हालत बिगड़ने लगी. रामनिवास चतुर्वेदी को जिस फैक्टर इंजेक्शन की दरकार थी वह ना तो रीवा में उपलब्ध था और ना ही आसपास के जिलों में. ऐसे में सोशल मीडिया में गुहार लगाने के बाद अस्पताल प्रशासन ने इंदौर और दिल्ली से फैक्टर इंजेक्शन मंगवाकर मरीज को उपलब्ध करवाया है.
बता दें कि रामनिवास चतुर्वेदी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके इसके लिए कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने ट्वीट किया था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि “मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल का गृह जिला. यहां के संजय गांधी अस्पताल में हीमोफीलिया का मरीज पिछले कुछ दिनों से तड़प रहा है, लेकिन इलाज नहीं हो रहा है! उपचार के लिए जरूरी दवाएं न रीवा में हैं, न आसपास के अन्य जिलों में! परिजन का आरोप है, डॉक्टर्स इलाज से ही मना कर रहे हैं! जब स्वास्थ्य मंत्री के इलाके में यह हाल है, तो प्रदेश के अन्य जिलों की क्या स्थिति होगी?”
जीतू पटवारी ने आगे लिखा कि “चुनावी सभा का एक भाषण प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं पर भी होना चाहिए! जनता जानना चाहती है, #कोरोना में लाखों ‘सरकारी हत्याएं’ करवाने वाली @BJP4MP सत्ता महामारी के बाद कितनी सुधरी है?”
वायरल हुई थी यह पोस्ट
मरीज के परिजनों के मुताबिक जीतू पटवारी की यह पोस्ट काफी वायरल हुई थी. इसके बाद ही मरीज के लिए आनन फानन में संजय गांधी अस्पताल प्रबंधन ने इंजेक्शन की व्यवस्था करवाई है.
क्या होता है हीमोफीलिया
हीमोफीलिया एक प्रकार का यह एक जेनेटिक रोग है और बहुत कम लोगों में पाया जाता है. इसमें मरीज में ब्लीडिंग डिसऑर्डर होता है. हल्की चोट लगने पर भी समस्या शुरू हो जाती है. इस बीमारी में मरीज को फैक्टर इंजेक्शन की जरूरत होती है.