Vindhya First

Wedding Song: विंध्य की पहचान हैं पारंपरिक विवाह गीत, मान्या पांडे की मधुर आवाज़ में सुनिए जमाई राजा राम मिला

मान्या पांडे, विंध्य की बेटी मूलरूप से लोकगीत कलाकार हैं. मान्या बघेली बोली, संस्कृति और विंध्य की परंपरा को आगे बढ़ा रही हैं.

विंध्य क्षेत्र का इलाका अपने खान-पान के साथ पारंपरिक संगीत और लोकगीतों के लिए जाना जाता है. यहां जन्म से लेकर विवाह तक संस्कार गीत गाए जाते हैं. सांस्कृतिक विरासत से भरपूर यहां की धरती में संगीत सम्राट तानसेन भी पले बढ़े हैं. तानसेन, रीवा रियासत के महाराज रामचन्द्र के दरबार की शान हुआ करते थे. वर्तमान दौर में विंध्य क्षेत्र की एक ऐसी ही राष्ट्रीय लोकगीत गायिका मान्या पांडे हैं. जिनको विंध्य के लोग खूब सुनना पसंद कर रहे हैं. मान्या पांडे, विवाह और बरुआ जैसे शुभ अवसरों पर विंध्य में गाए और सुने जाने वाले लोकगीत काफी मधुर आवाज में सुनाती हैं. ऐसा ही एक विवाह गीत है मिथिला का कण-कण खिला, जमाई राजा राम मिला.

बता दें कि अधिकांश पारंपरिक विवाह गीत भगवान राम पर आधारित होते हैं. यह मधुर गीत भी भगवान राम के मिथिला पहुंचने पर गाया गया है. इस गीत में विवाह की पारंपरिक धुन और विंध्य की अनोखी परंपराओं की झलक है. प्रभु श्रीराम जब दूल्हा बन कर मिथिला पहुंचते हैं तो गीत के बोल होते हैं… मिथिला का कण कण खिला, जमाई राजा राम मिला

मिथिला का कण कण खिला
जमाई राजा राम मिला
मिथिला का कण कण खिला
जमाई राजा राम मिला

———–

जनक सुति संग तुम रहियो ऐसे
कनक कली पर भवरा हो जैसे
कनक कली पर भवरा हो जैसे
राम चंद्र चकोरी सिया
जमाई राजा राम मिला
मिथिला का कण कण खिला
जमाई राजा राम मिला

———–

कनक अटारी जनक दुलारी
निरख रहे है तोहे धनुधारी
निरख रहे है तोहे धनुधारी
लेके पलकों में तुमको छिपा
जमाई राजा राम मिला
मिथिला का कण कण खिला
जमाई राजा राम मिला

————–

मिथिला का कण कण खिला
जमाई राजा राम मिला
मिथिला का कण कण खिला
जमाई राजा राम मिला

ये भी पढ़ें – इंटरनेट में क्या देखते हैं लोग? जारी हुई रिपोर्ट, भारत के 886 मिलियन यूजर्स

मान्या पांडे कौन हैं?
विंध्य के सीधे जिले में जन्मी मान्या पांडे मूलरूप से लोकगायिक हैं. मान्या ने महज 5 वर्ष की उम्र से लोकगीतों का गायन शुरू कर दिया था. देश की सबसे छोटी उम्र की लोक गायिका के रूप में मान्या पांड़े शुमार हैं. मान्या अब तक लगभग 500 मंचों पर प्रस्तुति दे चुकी हैं. इसके साथ ही उनके पास 2 हजार से अधिक लोकगीतों का संकलन मौजूद है. खास बात यह है कि विभिन्न मंचों के माध्यम से मान्या पांडे लगातार बघेली बोली, संस्कृति और विंध्य की परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही हैं.

ये भी पढ़ें – केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना बनी मुसीबत, मुआवजा कम और परेशानियां ज्यादा, पढ़िए विंध्य फर्स्ट की खास रिपोर्ट

मान्या पांडे की मधुर आवाज़ में सुनिए लोकगीत ‘जमाई राजा राम मिला’।।।

Manya pandey, lokgeet, bagheli lokgeet, Wedding Song, Jamai Raja Ram Mila,