Vindhya First

सीधी की बघेली इनफ्लुएंसर लीला साहू: कब बनेगी उनके गांव की सड़क?

मध्यप्रदेश के सीधी जिले की बघेली इनफ्लुएंसर लीला साहू इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं. उनकी आवाज़ न केवल लाखों लोगों तक पहुंची, बल्कि केंद्र सरकार तक भी दस्तक दे चुकी है. उनके द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 के बाद सड़क निर्माण की मांग को लेकर बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया. यह वीडियो आम जनता की तकलीफों को उजागर करने वाला था और इसमें लीला ने अपने खास बघेली अंदाज़ में सरकार से सवाल किया था ”हमका सड़क चाही.”

लीला साहू की संघर्ष यात्रा
लीला साहू का सफर आसान नहीं रहा. वह पिछले कई वर्षों से अपने गांव और आसपास के इलाकों की सड़क बदहाली को उजागर कर रही हैं. खराब सड़कों के कारण आम लोगों को आने-जाने में हो रही परेशानियों को उन्होंने सोशल मीडिया पर बार-बार उठाया. उनकी बेबाक शैली और स्थानीय भाषा में दिए गए संदेशों ने लोगों के दिलों को छू लिया.

वायरल वीडियो और सरकार की प्रतिक्रिया
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद लीला का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने गांव की सड़क की दुर्दशा को दिखाते हुए सरकार से जवाब मांगा. इस वीडियो को लाखों व्यूज़ और हजारों शेयर्स मिले. इसके बाद प्रशासन ने इस मुद्दे को संज्ञान में लिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है.

ये भी पढ़ें- वक़्फ़ (संशोधन) विधेयक 2024: मुस्लिम संपत्तियों पर सरकार का नियंत्रण या ऐतिहासिक सुधार?

आज की स्थिति
लीला साहू आज भी अपने गांव की सड़क की मांग को लेकर संघर्षरत हैं. विंध्य फर्स्ट के साथ विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्हें अब भी आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है. ”हमका सड़क चाही” उनका सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि पूरे इलाके की जनता की आवाज़ बन चुका है.

क्या मिलेगी सड़क?
अब सवाल यह उठता है कि सरकार और प्रशासन कब इस समस्या का समाधान करेंगे? क्या लीला की आवाज़ केवल सोशल मीडिया तक ही सीमित रह जाएगी, या फिर वास्तव में उनके गांव की सड़क बनेगी? यह देखने वाली बात होगी कि इस संघर्ष का अंजाम क्या होता है.
लीला साहू की इस जमीनी लड़ाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सोशल मीडिया आम जनता की आवाज़ को बुलंद करने का एक सशक्त माध्यम बन चुका है.

preload imagepreload image