12 जून की दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान, अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल एयरपोर्ट से 230 यात्रियों और 12 चालक दल के सदस्यों के साथ उड़ान भरी,उडान भरने के कुछ समय बाद ही विमान रनवे से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर आकर गिरा. इस विमान हादसे में सभी यात्रियों की जान चली गई, केवल एक यात्री जीवित बचा. इस दुर्घटना में हॉस्टल में रह रहे मेडिकल छात्र समेत कई अन्य लोगों की भी मौत हो गई.
787 ड्रीमलाइनर विमान के साथ यह पहली दुर्घटना है, पिछले ही महीने इस मॉडल ने सौ करोड़ से ज्यादा यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने का रिकॉर्ड स्थापित किया था.दुर्घटना से पहले इस विमान ने आठ हज़ार से ज्यादा उड़ानें और सुरक्षित लैंडिंग पूरी की थीं. एयर इंडिया के बेड़े में ऐसे कुल 27 ड्रीमलाइनर विमान हैं, जिनमें से एक अब इस हादसे में नष्ट हो गया है.
अहमदाबाद में हुए इस विमान हादसे ने ना सिर्फ़ बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान का सुरक्षा रिकॉर्ड ख़राब किया है, बल्कि पहले से चुनौतियों में घिरी बोइंग के लिए और भी मुश्किलें पैदा कर सकता है.
हालांकि यह बोइंग विमान का पहला हादसा नहीं है. इससे पहले 2018 और 2019 में भी बोइंग के विमान इंडोनेशिया और इथियोपिया में दुर्घटनाग्रस्त हुए थे, जिनमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी. उन घटनाओं ने भी बोइंग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में ला दिया था. उन मामलों में प्रभावित विमान बोइंग 737 मैक्स था, जो कि ड्रीमलाइनर से अलग एक मॉडल है.
हालांकि,इस हादसे में बोइंग की तरफ़ से कोई ख़ामी रही है अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं है. विमान हादसे के कारणों की जांच पूरी होने के बाद ही तस्वीर पूरी तरह साफ़ हो सकेगी कि ग़लती बोइंग की थी या नहीं. वर्तमान समय में दुनिया भर में ज्यादातर यात्री विमानों का निर्माण दो ही प्रमुख कंपनियां करती हैं – बोइंग और एयरबस
अगर आप किसी कमर्शियल से विमान का सफर कर रहे हैं, तो संभवतः आपका विमान इन्हीं दो कंपनियों में से किसी एक का बना हुआ होता है. यात्री विमान उत्पादन उद्योग में मुख्य रूप से बोइंग और एयरबस का ही दो-तरफ़ा एकाधिकार है.
अब एक बार और, एक दुखत विमान हादसे में बोइंग का नाम जुड़ गया है,
अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद बोइंग ने बयान जारी कर कहा, ‘हम इस हादसे से प्रभावित यात्रियों, चालक दल, राहतकर्मियों और सभी प्रभावित लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. बोइंग ने ये भी कहा की एयर इंडिया के साथ मिलकर ज़्यादा से ज़्यादा हादसे की बजह की जानकारी इकस्ठा कर रहा है.
कंपनी पर विमानों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे है, पिछले वर्ष अलास्का एयरलाइंस की एक उड़ान के दौरान बोइंग विमान का दरवाज़ा हवा में उड़ गया था। हालांकि विमान सुरक्षित रूप से एयरपोर्ट पर वापस उतार लिया गया और कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन इस घटना के चलते कंपनी को 160 मिलियन डॉलर का मुआवज़ा देना पड़ा था.