राजकुमार शास्त्री मशहूर बघेली लोकगायक हैं.विंध्य क्षेत्र में राजकुमार शास्त्री जाना माना नाम हैं.रीवा शहर के संजय नगर में रहने वाले राजकुमार शास्त्री का जीवन संघर्षों भरा रहा है. विंध्य फर्स्ट की टीम ने राजकुमार शास्त्री से बात करी और उनके जीवन और गानों के बारे में जाना.उनके संघर्ष के बारे में यकीनन हम बात करेंगे लेकिन फिलहाल उनके वायरल हुए गाने ‘ सिलेंडर सस्ता कई दे’ पर बात करेंगे.
इस गानें को कांग्रेस पार्टी ने भी सोशल मीडिया पर शेयर किया था.
कोरोनाकाल के बाद राजकुमार शास्त्री द्वारा गाया गया यह गाना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ. लोग महंगाई से परेशान थे.राजकुमार शास्त्री कहते हैं कि कोरोनाकाल में अन्य जीवों को छोड़कर मनुष्य ही ऐसा जीव था जो सबसे ज्यादा परेशान था. ऐसे में एक रोज उनकी धर्मपत्नी ने उनसे सिलेंडर के ज्यादा पैसे मांगे और बताया कि सिलेंडर महंगा हो गया है. राजकुमार शास्त्री कहते हैं कि उस वक्त उन्होंने उन्हें पैसे नहीं दिए और गाना लिखने के बारे में सोचा उन्होंने फिर मंदिर में ही बैठकर यह गाना लिखा. गाने के बोल कुछ इस तरह से हैं-
हीकड़ फारि दिहिस महंगाई
कई दिन्हीस कंगाल
सिलेंडर सस्ता कई दे
दारू महंगा कई दे
सिलेंडर सस्ता कई दे हो
दारू महंगा कई दे
नोनौ पिसानौ महंगा
महंगा है अरहर के दाल रे
खटिया खड़ी कई दिन्हीस
सरसों के तेल 200 पार रे
कैसन के अब चले गृहस्थी
चारौ खाना चित्त
सिलेंडर सस्ता कई दे
दारू महंगा कई दे.
इस गाने में राजकुमार शास्त्री ने आटे,दाल,नमक का जिक्र किया है. वायरल होने से पहले यह गाना यूट्यूब पर पहले से ही अपलोड था लेकिन बढ़ती महंगाई से परेशान होकर लोगों ने इस गाने को वायरल कर दिया और रातों-रात राजकुमार शास्त्री फेमस हो गए.
विंध्य फर्स्ट के साथ हुई बातचीत में इन्होने गाना गाते हुए इसके पीछे का किस्सा सुनाया है.