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Toggleमऊगंज: पुलिस की बड़ी सफलता, हत्या के तीन फरार इनामी आरोपी गिरफ्तार
मऊगंज: मऊगंज जिले की हनुमना थाना पुलिस ने हत्या के मामले में फरार तीन इनामी आरोपियों को गिरफ्तार किया है. रास्ते के विवाद में हुई वृद्ध की हत्या के बाद से आरोपी एक माह से फरार थे. पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी के निर्देशन में टीम ने बड़ी सफलता हासिल की.
हत्या के तीन फरार इनामी आरोपी गिरफ्तार
मऊगंज जिले की हनुमना थाना पुलिस ने हत्या के मामले में फरार चल रहे तीन इनामी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. एक महीने पहले रास्ते के विवाद में हुई एक वृद्ध की हत्या ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी. पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी के निर्देशन में गठित टीम ने गहन तलाश के बाद तीनों फरार आरोपियों को धर दबोचा.
रास्ते के विवाद से शुरू हुआ था झगड़ा, पहुंचा हत्या तक
पुलिस के अनुसार, ग्राम कोन निवासी छोटेलाल कुशवाहा और कुछ स्थानीय लोगों के बीच रास्ते के उपयोग को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. एक माह पहले यह विवाद इतना बढ़ गया कि पांच लोगों ने मिलकर छोटेलाल पर हमला कर दिया. घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती छोटेलाल की उपचार के दौरान मौत हो गई.
इस घटना ने पूरे हनुमना क्षेत्र में आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया। ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया.
पुलिस की कार्रवाई: दो आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके थे
हत्या के बाद पुलिस ने चिंतामणि पाठक, शिवेंद्र पाठक, रामायण पाठक, शिवाकांत पाठक, और शांति शंकर पाठक — इन पांचों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था.
प्रारंभिक कार्रवाई में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जबकि तीन आरोपी — चिंतामणि पाठक, नीलेश पाठक और श्रीकांत उर्फ शिवाकांत पाठक — फरार हो गए थे.
पुलिस अधीक्षक ने इन तीनों फरार आरोपियों पर ₹2000-₹2000 का इनाम घोषित किया था.
लगातार दबिश और तकनीकी निगरानी के बाद हनुमना थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल काकड़े की टीम ने आखिरकार इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी पुलिस टीम की मेहनत
इस अभियान का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह और एसडीओपी सची पाठक ने किया.
पुलिस ने मोबाइल लोकेशन, मुखबिर तंत्र और क्षेत्र में लगातार निगरानी रखते हुए आरोपियों के ठिकानों की जानकारी जुटाई.
एक गुप्त सूचना के आधार पर जब पुलिस ने देर रात दबिश दी, तो तीनों आरोपी पुलिस को देखकर भागने लगे. मगर पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि —
“आरोपियों के खिलाफ हत्या का संगीन मामला दर्ज था। एक माह से ये फरार चल रहे थे. टीम की सतर्कता और लगातार प्रयासों से सफलता मिली है.”
न्यायालय में पेश कर भेजा गया जेल
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा (जेल) भेज दिया गया. पुलिस का कहना है कि अब मामले से जुड़ी साक्ष्य और घटनास्थल की पुनः जांच की जाएगी, ताकि दोषियों को सख्त सजा दिलाई जा सके.
मामले का बैकग्राउंड: सामाजिक विवाद ने ली जान
जानकारी के अनुसार, कोन गांव में जमीन और रास्ते को लेकर दो परिवारों के बीच पुराना विवाद चल रहा था.
छोटेलाल कुशवाहा अक्सर खेत जाने वाले रास्ते से गुजरते थे, जिस पर दूसरे पक्ष का दावा था कि वह निजी ज़मीन है.
इसी विवाद ने मारपीट का रूप लिया और अंततः वृद्ध की जान चली गई.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गांव के कई लोगों ने इस विवाद को खत्म कराने की कोशिश की थी, मगर दोनों पक्षों की जिद ने हालात बिगाड़ दिए.
एसपी मऊगंज ने टीम की सराहना की
एसपी दिलीप सोनी ने बताया कि अपराधियों को पकड़ना पुलिस की प्राथमिकता थी.
उन्होंने कहा —
“हनुमना थाना पुलिस ने पेशेवर अंदाज़ में काम किया है. टीम के हर सदस्य को सम्मानित किया जाएगा। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी.” उन्होंने आगे कहा कि मऊगंज जिला पुलिस आम नागरिकों की सुरक्षा और अपराध पर नियंत्रण को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
स्थानीय लोगों में संतोष, पुलिस पर बढ़ा भरोसा
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ग्राम कोन और आसपास के इलाकों में राहत का माहौल है. गांव के लोगों ने पुलिस के प्रति आभार जताया और कहा कि अब न्याय मिलने की उम्मीद है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ समय से अपराधियों के हौसले बुलंद थे, मगर पुलिस की तत्परता ने फिर भरोसा कायम किया है.
मऊगंज क्षेत्र में बढ़ते आपराधिक मामलों पर फोकस
मऊगंज और आसपास के क्षेत्रों में पिछले कुछ महीनों में जमीन विवाद, पारिवारिक झगड़े और आपसी रंजिश के कारण अपराध के मामले सामने आए हैं. एसपी कार्यालय ने ऐसे मामलों पर विशेष निगरानी के लिए स्थानीय थानों को अलर्ट कर दिया है. हनुमना थाना क्षेत्र को अब संवेदनशील क्षेत्र की सूची में शामिल किया गया है, जहाँ पुलिस लगातार गश्त और निगरानी कर रही है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह का बयान
“हत्या के तीनों फरार आरोपी अब सलाखों के पीछे हैं. पुलिस टीम ने पूरी सावधानी और समन्वय के साथ कार्रवाई की.
हम जनता को भरोसा दिलाते हैं कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा.”
मऊगंज की हनुमना थाना पुलिस की यह सफलता न केवल पुलिस की मेहनत और समर्पण का प्रमाण है, बल्कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था की सख्ती का भी संकेत देती है.
आरोपियों की गिरफ्तारी से एक महीने से चली आ रही बेचैनी और भय का अंत हुआ है.
पुलिस प्रशासन ने यह स्पष्ट संदेश दिया है — “अपराध करोगे तो सज़ा ज़रूर मिलेगी.”