Vindhya First

Search

Brazil banned X: ट्विटर के बैन होने की पूरी कहानी, जानिए क्या है एलन मस्क का आरोप?

ब्राज़ील के सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एलेक्जेंडर डी मोरेस और मस्क के बीच कई महीनों से फेक न्यूज़ को लेकर विवाद चल रहा था. लेकिन X ने उन ACCOUNTS को BLOCK करने से मना कर दिया था और मोरेस पर ये आरोप लगाया की वो X पर सेंसरशिप लगाने की कोशिश कर रहे हैं.

ब्राज़ील (Brazil) के सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने X (ट्विटर) को बैन कर दिया है. 30 अगस्त को इस मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस मोरेस ने एप्पल और गूगल को पांच दिनों के भीतर अपने ऐप स्टोर से X को हटाने का निर्देश भी जारी किया था. विंध्य फर्स्ट के इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम आपको यह बताएंगे कि ब्राज़ील में X को बैन क्यों किया गया है? इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एलेक्जेंडर डी मोरेस और एलन मस्क (Elon Musk) के बीच क्या विवाद है, जिसके चलते ब्राज़ील में एक्स को बैन कर दिया गया.

बता दें कि ब्राज़ील में जब से X बैन हुआ है तभी से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ब्राज़ील के लोग कह रहे हैं कि, ‘ऐसा लग रहा है मानो दुनिया में क्या हो रहा है, इसके बारे में हमें पता ही नहीं’. जाहिर है जब से देश में X बैन हुआ है तभी से लोग X पर कुछ शेयर तो करना दूर अपने फ़ोन में X डाउनलोड तक नहीं कर पा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट का कहना है की अगर कोई भी यूजर VPN के ज़रिए X तक पहुंचने की कोशिश करता है, उसे 50,000 रीसिस यानि की लगभग 7.47 लाख रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ेगा.

ब्राज़ील में क्यों बैन हुआ X
दरअसल ब्राज़ील के सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एलेक्जेंडर डी मोरेस और मस्क के बीच कई महीनों से फेक न्यूज़ को लेकर विवाद चल रहा था. साल 2024 की शुरुआत में ही मोरेस ने X को कुछ अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया था. ये एकाउंट्स X पर फेक और गलत अफ़वाह फ़ैलाने का काम करते थे. लेकिन X ने उन ACCOUNTS को BLOCK करने से मना कर दिया था और मोरेस पर ये आरोप लगाया की वो X पर सेंसरशिप लगाने की कोशिश कर रहे हैं. X ने तब ये भी दावा किया कि जस्टिस मोरेस ने X कंपनी के कानूनी प्रतिनिधियों में से एक को गिरफ़्तार करने की और कुछ सस्पेंड किए गए अकाउंट को फिर से सक्रिय करने की धमकी दी थी. जिसके बाद मस्क ने मोरेस को ‘नकली जज’ भी बताया था. इसके कुछ ही समय बाद X ने ब्राज़ील में अपने सभी दफ़्तर बंद कर दिए. हालांकि, ब्राजील में यूज़र्स के लिए यह सेवा उपलब्ध रही.

X को कानूनी प्रतिनिधि नियुक्त करने का आदेश
बढ़ते विरोध के बाद सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मोरेस ने एलन मस्क को 24 घंटे के अंदर ब्राज़ील में X के लिए एक कानूनी प्रतिनिधि नियुक्त करने का आदेश दिया. ऐसा नहीं होने पर देश में X को सस्पेंड कर दिया जाएगा. लेकिन एलन मस्क ने उनके आदेश को नहीं माना. जिसके बाद 31 अगस्त को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने X को ‘तत्काल और पूर्ण रूप से निलंबित’ करने का आदेश दिया. इसके साथ ही जस्टिस मोरेस ने एप्पल और गूगल को पांच दिनों के भीतर अपने ऐप स्टोर से X को हटाने का निर्देश दिया है.

एलन मस्क ने क्यों नहीं माना आदेश
एलन मस्क का कहना है की ब्राज़ील में उनके कानूनी प्रतिनिधि सुरक्षित नहीं हैं. मस्क का यह दावा है की जस्टिस मोरेस X कंपनी के कानूनी प्रतिनिधियों में से एक को गिरफ़्तार करने की धमकी दे चुके हैं जिसके बाद वो ब्राज़ील में अपना कानूनी प्रतिनिधि नहीं नियुक्त करना चाहते हैं.

क्या कहता है ब्राज़ील का कानून
ब्राजील के कानून के अनुसार सभी इंटरनेट कंपनियों के लिए देश में एक कानूनी प्रतिनिधि रखना जरुरी है. जिससे किसी व्यक्ति को कानूनी निर्णयों के बारे में बताया जा सके और वो कंपनी से जुड़े फ़ैसले ले सके.

ब्राज़ील में X का विकल्प
बता दें की देश में X के बैन होने के बाद ब्राज़ील के लोग अब ब्लूस्काई (BLUESKY) यूज़ कर रहे हैं. ये भी एक X जैसा ही एक प्लेटफ़ॉर्म है. रिपोर्ट्स की माने तो X के बैन होने के बाद देश के ज्यादातर लोग BLUESKY पर शिफ्ट हो गए हैं. 3 दिनों में ही BLUESKY पर लगभग 2 लाख से भी ज्यादा नए यूज़र्स जुड़ गए थे.

ब्राज़ील में X को बैन करने की पूरी क्रोनोलॉजी जानने के लिए देखिए ये वीडियो।।