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कांग्रेस के बागी सिद्धार्थ तिवारी को बीजेपी ने बनाया प्रत्याशी, 50 साल की विरासत ध्वस्त

कांग्रेस पार्टी को विंध्य से झटका लगा है. विंध्य का सफेद शेर के नाम से अपनी अलग पहचान रखने वाले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी ने कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा जॉइन कर ली है. सिद्धार्थ तिवारी को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है. त्योंथर विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं. सिद्धार्थ तिवारी रीवा लोकसभा सीट से वर्ष 2019 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था, बीजेपी उम्मीदवार जनार्दन मिश्रा से हार गए थे. सिद्धार्थ तिवारी के बीजेपी में जाने से कांग्रेस को विंध्य में ब्राह्मण वोटों का नुकसान हो सकता है.

सिद्धार्थ तिवारी भाजपा में शामिल होते ही कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा ‘कांग्रेस सामंतवाद की पार्टी है, विकास की बात पर जिस पार्टी के नेता बिफर जाएं ऐसी पार्टी में बने रहना उचित नहीं था, इसलिए हमने इस्तीफा दे दिया.’

सीएम शिवराज ने दिलाई सदस्यता
सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता दिलाई गई. भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में सिद्धार्थ राज ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की विचारधारा से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए हैं. देश और प्रदेश का विकास भाजपा के शासनकाल में हुआ है. सिद्धार्थ ने कहा कि आज हर देशभक्त युवा यही बोलेगा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है. सिद्धार्थ तिवारी राज के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा के नेता देवेंद्र सिंह ने बीएसपी जॉइन कर ली है. त्योंथर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. वहीं, क्षेत्रीय नेताओं ने भी भाजपा से बगावत करने की तैयारी शुरू कर दी है.

2018 के चुनाव में विंध्य में बीजेपी को मिली बड़ी कामयाबी
साल 2018 के चुनाव में विंध्य की 30 सीटों में से बीजेपी को 26 सीट हासिल हुई थी. बीजेपी फिर पुराने नतीजे को दोहराना चाहती है. मगर इस बार बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है. वहीं, कांग्रेस में नेताओं की बढ़ती नाराजगी से नुकसान हो सकता है.

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