लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज़ हो चुका है. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं. इस बार का लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होगा. मध्यप्रदेश में 4 चरणों पर मतदान होंगे. वहीं विंध्य क्षेत्र की चार लोकसभा सीटों पर 19 और 26 अप्रैल को मतदान होने है. जिसमें रीवा संसदीय सीट में 26 अप्रैल को मतदान होगा. रीवा लोकसभा सीट पर बीजेपी ने दो बार के सांसद रहे जनार्दन मिश्रा पर भरोसा जताते हुए एक बार फिर मैदान में उतारा है.
रीवा की जनता ने जनार्दन मिश्रा के काम को कितना पसंद किया साथ ही उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास के किए वादों में से कितना काम पूरा किया है. यह जानने के लिए हमने सांसद रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है.
जनार्दन मिश्रा 2014 में पहली बार रीवा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बनकर मैदान में उतरे और जीत दर्ज की. साल 2014 में जनार्दन मिश्रा का मुकाबला कांग्रेस पार्टी के सुंदरलाल तिवारी से था. जिसमें जनार्दन मिश्रा को कुल 383320 वोट मिले थे. वहीं सुंदरलाल तिवारी को 214594 वोट मिले थे.
साल 2019 में जनार्दन मिश्रा एकबार फिर चुनाव मैदान में उतरे और जीत दर्ज की. 2019 में इनका मुकाबला सुंदरलाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी से था. इसमें भी 3 लाख से अधिक वोटों उन्होंने जीत हासिल की.
2019 की ADR की रिपोर्ट के मुताबिक 68 साल के जनार्दन मिश्रा की शैक्षणिक योग्यता बीए एल.एल.बी. है. इनकी घोषित सम्पत्ति 2 करोड़ 3 लाख से अधिक है. इनकी आय का स्रोत कृषि है. जनार्दन मिश्रा पर अब तक कोई भी क्रिमिनल केस दर्ज नहीं हैं. जनार्दन मिश्रा ने पिछला चुनाव, शिक्षा, स्वास्थ्य, रीवा को स्मार्ट सिटी बनाने जैसे कई मुद्दो पर लड़ा था.
जनता की शिकायत
रीवा वासियों का कहना है कि जनार्दन मिश्रा को आज तक किसी ने क्षेत्र में देखा तक नहीं है. संसद में रीवा के मुद्दे नहीं उठा रहे हैं. साथ ही जनता का यह भी कहना है कि जर्नादन मिश्रा अपने दम पर चुनाव नहीं जीतते हैं. उनका चुनाव में लगातार जीतना मोदी मैजिक का असर है.
सांसद का जवाब
जनार्दन मिश्रा रीवा संसदीय क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का हवाला देते हुए कहते हैं कि हमने रीवा को स्मार्ट सिटी से अधिक विकसित किया है.
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जनार्दन मिश्रा से जुड़ी सारी जानकारी के लिए देखिए रिपोर्ट कार्ड का पूरा वीडियो ||