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डॉ. अनिल साकेत: दृष्टिहीनता को हराने वाले हिस्ट्री के प्रोफ़सर

रामपुर नैकिन, मध्य प्रदेश के सीधी जिले का एक छोटा सा कस्बा, जहां एक ऐसे शिक्षक की कहानी ने हर किसी को प्रेरित किया है, जिन्होंने अपनी आंखों की रोशनी खोने के बावजूद शिक्षा के प्रति अपने जुनून को कभी कम नहीं होने दिया. प्रोफेसर अनिल कुमार साकेत, रीवा जिले के पडरा गांव के निवासी हैं, जो आज न केवल एक शिक्षक हैं, बल्कि सैकड़ों छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी हैं. उनकी कहानी साहस, समर्पण और शिक्षा के प्रति अटूट विश्वास की मिसाल है.

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा का सफर
अनिल कुमार साकेत का जन्म रीवा जिले के पडरा गांव में एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूलिंग रीवा के यमुना प्रसाद शास्त्री स्कूल से पूरी की, जहां उनकी रुचि इतिहास और सामाजिक अध्ययन में गहरी थी. इसके बाद, उन्होंने जबलपुर से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली का रुख किया, जहां उन्होंने स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की. इस दौरान, दृष्टिहीनता ने उनके जीवन में कई चुनौती पेश की, लेकिन उन्होंने इसे अपनी मंजिल का रास्ता नहीं बनने दिया. बिना हार माने अपने सपने को साकार करने में एकजुटता के साथ लगे रहे.

दृष्टिहीनता को हराने का जज्बा
आंखों की रोशनी खोने के बाद भी अनिल ने कभी हार नहीं मानी. उन्होंने तकनीक और अपने अथक प्रयासों का सहारा लिया. ब्रेल लिपि, ऑडियो किताबें और सहायकों की मदद से वे न केवल खुद पढ़ते रहे, बल्कि छात्रों को पढ़ाने का जज्बा भी बनाए रखा. इतिहास, जो उनके लिए केवल एक विषय नहीं, बल्कि एक जीवंत कहानी है, उसे वे अपने छात्रों को इस तरह पढ़ाते हैं कि वह उनके दिलों में उतर जाता है.

छात्रों के लिए प्रेरणा और भविष्य निर्माण
प्रोफेसर साकेत आज रामपुर नैकिन में सैकड़ों छात्रों को न केवल इतिहास पढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देते हैं. उनकी कक्षाएं केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं, बल्कि नैतिकता, आत्मविश्वास और साहस की सीख भी देती हैं. उनके कई छात्र आज विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल कर रहे हैं, और वे प्रोफेसर साकेत को अपनी प्रेरणा मानते हैं.

सच्ची प्रेरणा का प्रतीक
डॉ. अनिल कुमार साकेत की कहानी यह सिखाती है कि जीवन की कोई भी बाधा आपके सपनों को रोक नहीं सकती. शिक्षा के प्रति उनका समर्पण और छात्रों के भविष्य को संवारने की उनकी प्रतिबद्धता हर किसी के लिए प्रेरणादायक है. वे सही मायनों में एक मशाल हैं, जो न केवल अपने रास्ते को रोशन कर रही है, बल्कि दूसरों के जीवन में भी उजाला बिखेर रही है.


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