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पूर्वा वाटर फॉल का खूबसूरत नजारा देख नहीं हटती पर्यटकों की नजर

पूर्वा वाटर फॉल

मध्य प्रदेश के रीवा जिले में छोटे-बड़े मिलाकर कई वाटर फॉल हैं. लेकिन 5 बड़े वाटर फॉल हैं पूर्वा, चचाई, क्योटि, बहुती और टोंस इन पांचों वाटर फॉलों के नाम मध्यप्रदेश के मुख्य वाटर फॉलों गिने जाते हैं. रीवा जिला का सबसे बड़ा वाटर फॉल चचाई है जिसकी ऊचाई लगभग 130 फिट है. फिर दूसरे नंबर पर आता है पूर्वा वाटर फॉल जहां लगभग 70 मीटर की ऊचाई से पानी नीचे गिरता है जो एक खूबसूरत दृश्य की झलक पेश करता है. पूर्वा वाटर फॉल रीवा जिले से महज 25 से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. पूर्वा वाटरफॉल रीवा का सबसे नज़दीक वाटर फॉल है. यह वाटरफॉल गोदहा गांव के आगे पुरवा में है.

रीवा जिले का पूर्वा वाटर फॉल खूबसूरत वादियां और प्रकृति के अद्भुत नजारे को अपने आप में समेटे हुए है. बारिश के मौसम यहां के नजारे और भी सुहाने अधिक मनमोहक हो जाते हैं. बरसात के मौसम में जब यहां से पानी की बौछारें लोगों के ऊपर पड़ती हैं, तब लोगों की अंतरआत्मा तक खुश हो जाती है. ऐसा लगने लगता है मानों जन्नत का सुकून यहीं मिल गया हो.

रीवा जिले में 60 से 70 किलोमीटर के दूरी पर कोई न कोई वाटर फॉल जरूर मिल जाते हैं ये सभी जलप्रजात रीवा के मुख्य मार्ग से लगे हुए हैं. रीवा जिले को द सिटि ऑफ वाटर फॉल के नाम से जानते हैं. पूर्वा फॉल प्रकृति के अनुपम सौंदर्य का सबसे बड़ा उदाहरण है.

पूर्वा वाटरफॉल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि जब यहां से पानी ऊपर से नीचे गिरता है तो मानों ऐसा लगता है कि दूध की धारा बह रही हो. इसी के साथ पानी जब ऊपर से नीचे गिरता है तब वहां इंद्रधनुष के सातों रंग दिखाई देते हैं. यहां पर हर दिन सैकड़ों पर्यटक पहुंचते हैं. पूर्वा जलप्रपात का ये विहंगम नाजारा देख पर्यटकों की नजरें ही नहीं हटती हैं.

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