स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां और शादियों का सीजन आते ही लोगों दूसरे शहरों की तरफ आना जाना तेजी से बढ़ जाता है. जिसकी वजह से रीवा से रानी कमलापति और रीवा से आनंद विहार जाने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग देखी जा रही है. रीवा से भोपाल या दिल्ली जाने वाली ट्रेन भी गिनती की ही हैं ऐसे में फेस्टिव या वेडिंग सीजन में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
इन ट्रेनों में वेटिंग इतनी ज्यादा है कि इमरजेंसी की कंडीशन में भी टिकट मिलना मुश्किल हो रहा है. रीवा से भोपाल यानी रानी कमलापति जाने वाली रेवंचल एक्सप्रेस की अगर बात करें तो इस ट्रेन में वेटिंग 100 के पार पहुंच चुकी है. रात-रात भर यात्री टिकट के लिए लाइन में लगे रहते हैं फिर भी तत्काल में भी टिकट मिल पाना मुश्किल हो रहा है. ऑनलाइन टिकट बुकिंग में भी यही हालत है. इस भीषण गर्मी में भी लोग रीवा से भोपाल के लिए जनरल कोच में सफर करने को मजबूर हो रहे हैं. रेवांचल में बढ़ती वेटिंग की एक बड़ी वजह स्लीपर कोच कम कर देना भी है. दरअसल पहले रेवांचल में 13 स्लीपर कोच हुआ करते थे लेकिन अब इसे
रानी कमलापति से रीवा आने वाली रेवांचल एक्सप्रेस में 15 से 25 अप्रैल के बीच औसतन वेटिंग 140 है. ऐसे में भोपाल आने-जाने वाले यात्रियों को वंदे भारत और साप्ताहिक ट्रेन का थोड़ा सहारा है लेकिन वंदे भारत की महंगी टिकट की वजह से ट्रेन ज़्यादातर ख़ाली ही रहती है. वहीं साप्ताहिक ट्रेन के लिए कई दिन इंतज़ार करने की वजह से लोग परेशान हैं.
आनंद विहार से रीवा आने वाली ट्रेन में 15 से 25 अप्रैल के बीच औसतन वेटिंग 120 है. यात्रियों को हो रही इस परेशानी पर फिलहाल तो रेलवे ने किसी भी तरह की कोई राहत नहीं दी है. हालांकि अप्रैल के महीने में रेलवे को तो मोटा मुनाफ़ा ज़रूर होगा लेकिन यात्रियों की परेशानी रोकने के लिए पश्चिम-मध्य रेलवे को कई ठोस कदम उठाना पड़ेगा.
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