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राजेन्द्र शुक्ला, प्रदेश के नए उप मुख्यमंत्री!

विंध्य के दिग्गज नेता राजेन्द्र शुक्ला

2023 का विधानसभा चुनाव बड़ा ही रोचक रहा. 3 दिसंबर को आए नतीजों में बीजेपी ने एकतरफा जीत हासिल की. नतीजे आने के 9 दिन बाद सीएम के चेहरे से आखिरकार पर्दा उठ ही गया. मोहन यादव मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो जगदीश देवड़ा और राजेन्द्र शुक्ला को डिप्टी सीएम का पद दिया गया.

विंध्य के दिग्गज नेता राजेन्द्र शुक्ला ने साल 2023 में पांचवीं बार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की. राजेन्द्र शुक्ला अब तक हर बार कैबिनेट में शामिल रहे और अब डिप्टी सीएम के पद पर काबिज हो गए हैं.  राजेन्द्र शुक्ला की छवि ‘विंध्य के विकास पुरुष’ के तौर पर है.

राजेन्द्र शुक्ला शायद पहले ऐसे नेता हैं जो अब तक जितनी बार चुनाव जीते, उतनी बार मंत्री बनाए गए और आखिर पांचवीं बार में डिप्टी सीएम बन गए.

इस लेख के माध्यम से हम राजेन्द्र शुक्ला के राजनीतिक जीवन पर एक नजर डालेंगे

शुक्‍ला पहली बार उमा भारती की सरकार में मंत्री रहे, उसके बाद बाबूलाल गौर सरकार में मंत्री रहे.

शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में भी राजेन्द्र शुक्ला मंत्री रहे.

साल 2003 में राजेंद्र शुक्ला पहली बार चुनाव जीते और आवास एवं पर्यावरण के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में मंत्रिपरिषद में शामिल हुए

साल 2008 में राजेन्द्र शुक्ला को दूसरी बार मध्य प्रदेश विधानसभा में चुना गया था. तब मध्य प्रदेश राज्य सरकार में ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्री बने.

साल 2013 में मध्य प्रदेश की 14वीं विधानसभा के लिए राजेन्द्र शुक्ला चुने गए और उन्होंने उद्योग नीति और निवेश संवर्धन पर कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. साथ ही जनसंपर्क मंत्री भी रहे. इतना ही नहीं मध्य प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष चुने गए.

साल 2018 में राजेन्द्र शुक्ला चुनाव तो जीते लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बन सकी, मंत्री बनना संभव ही नहीं था. लेकिन 15 महीने बाद यानी 2020 में बड़ा फेरबदल हुआ और कांग्रेस की सरकार गिर गई. बीजेपी की सरकार बनी लेकिन उस वक्त राजेन्द्र शुक्ला को मंत्री नहीं बनाया गया. चुनाव से ठीक 3 महीने पहले राजेन्द्र शुक्ला को फिर मंत्री बना दिया गया.

आखिरकार साल 2023 में पांचवीं बार राजेन्द्र शुक्ला चुनाव जीते और डिप्टी सीएम बनाए गए.