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विंध्य के बच्चों का गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम, 1600 तबला वादकों के साथ दी प्रस्तुती

तानसेन समारोह 2024

तानसेन समारोह में एक साथ 1600 तबला वादकों ने प्रस्तुती देकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया. इस अनोखे कार्यक्रम को ताल दरबार नाम दिया गया था. इस कार्यक्रम के 1600 तबला वादकों में विंध्य क्षेत्र के तीन नन्हें तबला वादकों ने भी अपनी बेहतरीन प्रस्तुति दी. इन तीनों बच्चों ने भी तानसेन समारोह में हो रहे वंदे मातरम की धुन पर लगातार 12 मिनट तक तबला वादन कर अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवाया है. मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में पिछले साल यानि 25 दिसंबर 2023 को आयोजित किया गया था.

जिन तीन नन्हें कलाकारों ने अपनी प्रस्तुती दी है. वो कहीं और के नहीं बल्कि विंध्य क्षेत्र के चुरहट के रहने वाले हैं. इन तीनों नन्हें बच्चों को तबला के सभी सुर, लय और ताल का ज्ञान है. शौर्य, परीक्षित और अक्षत को बचपन में चुरहट के ही क्षेत्रीय गुरू सौरभ पांडे ने तबला वादन की शिक्षा दी. अब ये तीनों ही ऑनलाइन क्लासेस लेकर आगे की शिक्षा अर्जित कर रहे हैं.   

सुबह 5 बजे उठकर ये तीनों तबले वादन का अभ्यास करते हैं, उसके बाद अपने डेली रूटीन के काम किया करते हैं. इन तीनों बच्चों की उम्र लगभग 12 से 13 वर्ष है.

शौर्य सोनी, परीक्षित सिंह और अक्षत सिंह तमाम सीनियर तबला वादकों के साथ शामिल होकर तबला वादन कर यूनेस्कों द्वारा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है.

इस अवसर पर मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी शामिल हुए. तब सीएम मोहन यादव ने कहा कि इस दिन को आगे हमारी सरकार तबला दिवस के रूप में मनाएगी. 

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