U19 world cup में टीम इंडिया का उप कप्तान रहे सौम्य पांडे ने विंध्य का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर दिया है. पूरे टूर्नामेंट में 18 विकेट झटकने वाले सौम्य को बचपन में किसी बीमारी के चलते डॉक्टर ने स्पोर्ट्स या फिर फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाने की सलाह दी थी. तब किसे पता था कि सीधी जिले के छोटे से गांव भरतपुर में रहने वाले सौम्य एक दिन टीम इंडिया के लिए खेलेंगे.
वर्ल्ड कप खेलकर लौटे सौम्य का उनके गृह ग्राम में भव्य स्वागत हुआ. खुली जीप में बैठे सौम्य के आगे-पीछे गाड़ियों का पूरा काफिला था. परिवार की आंखे खुशी से नम थीं और मां आरती की थाली लिए बेटे के इंतजार में बैठी थी. टूर्नामेंट से जैसे ही वापस लौटे सौम्य ने रीवा की धरती पर जैसे ही कदम रखा वो सबसे पहले अपने कोच एरिल एथोनी से मिलने पहुंचे.
कोच से मिलने के लिए सौम्य जब ग्राउंड पहुंचे उसी वक्त विंध्य फर्स्ट की टीम ने उनसे खास बातचीत की. वर्ल्डकप खैलकर लौटे सौम्य का टूर्नामेंट के बाद यह पहला इंटरव्यू था. सौम्य से जब उनकी जर्नी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शुरूआत में तो पता नहीं था कि टीम इंडिया के लिए खेलना है लेकिन घरवालों और कोच एरिल सर के सपोर्ट से ये सब मुमकिन हो पाया.
सौम्य से जब रवीन्द्र जडेजा जैसे बॉलिंग एक्शन पर बात की गई तो उन्होने कहा कि जडेजा क्रिकेट के किंग हैं. उनसे मेरी तुलना ठीक नहीं है. उनका करियर पीक पर है और मेरी अभी शुरुआत हुई है. सिर्फ जडेजा ही नहीं इंडियन क्रिकेट टीम के सभी क्रिकेटर मेरे लिए इंस्पिरेशन हैं. इंटरव्यू में सौम्य ने लॉकडाउन के दौरान का एक क़िस्सा भी बताया जब घर में उन्होंने क्रिकेट की प्रैक्टिस के लिए सीमेंट के विकेट बना लिए थे. इस दौरान बेहतर कम्यूनिकेशन स्किल के लिए सौम्य ने अंग्रेज़ी पढ़ना भी शुरू किया था.
जानिए Cricket Coach Aril Anthony Story
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