सतना: रीवा जिले में पदस्थ एक महिला पुलिसकर्मी पर सतना की एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि महिला आरक्षक ने थाने में उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। यह पूरा विवाद लगभग साढ़े तीन लाख रुपए के लेन-देन से जुड़ा है, जिसमें महिला आरक्षक पर किराएदार का पक्ष लेते हुए वर्दी का रौब दिखाने का आरोप है। पीड़िता ने सतना के पुलिस अधीक्षक (एसपी) से शिकायत कर इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।
किराएदार से लेन-देन बना विवाद की जड़
सतना शहर के सिंधी कैंप निवासी आशा सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि माधवगढ़ निवासी जावेद खान नामक व्यक्ति पहले उनके मकान में किराए पर रहता था। जावेद ने अपनी आर्थिक परेशानियों का हवाला देते हुए उनसे पहले 70,000 रुपये और बाद में 2 लाख 99 हजार रुपये उधार लिए थे। उसने दो साल के भीतर यह पूरी रकम लौटाने का वादा किया था, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी उसने पैसे वापस नहीं किए।
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पैसे मांगने पर महिला आरक्षक ने दी धमकी
पीड़िता आशा सिंह का आरोप है कि जब उन्होंने जावेद खान से अपने पैसे वापस मांगे, तो रीवा में पदस्थ महिला आरक्षक साई खान ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। आशा सिंह के अनुसार, साई खान अक्सर फोन पर उनसे अभद्र भाषा का प्रयोग करती थीं और अपनी वर्दी का रौब दिखाकर उन्हें चुप रहने की धमकी देती थीं।
थाने में मारपीट और जान से मारने की धमकी का आरोप
आशा सिंह ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि 24 अप्रैल को कुछ पुलिसकर्मी उनके घर आए और उन्हें जबरन कोलगवां थाने ले गए। वहां पर महिला आरक्षक साई खान और अन्य पुलिसकर्मियों ने मिलकर उनके साथ मारपीट की और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इस घटना के बाद थाने के बाहर का एक कथित वीडियो भी सामने आया है।

मामूली धाराओं में एफआईआर, महिला आरक्षक पर कार्रवाई नहीं
पीड़िता का आरोप है कि शिकायत के बावजूद पुलिस ने जावेद खान के खिलाफ केवल साधारण मारपीट और लेन-देन विवाद की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। जबकि महिला आरक्षक साई खान पर हमले के गंभीर आरोप लगने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
अवैध शराब कारोबार में मिलीभगत का आरोप
आशा सिंह ने यह भी आरोप लगाया है कि महिला आरक्षक साई खान की मिलीभगत से जावेद खान अवैध शराब का कारोबार भी कर रहा है और पुलिस उसे बचाने का प्रयास कर रही है।
थाना प्रभारी का पक्ष
इस मामले में कोलगवां थाना प्रभारी सुदीप सोनी का कहना है कि रीवा यूनिवर्सिटी थाने में पदस्थ महिला आरक्षक साई खान ने आशा सिंह पर फोन पर गाली-गलौज करने का आरोप लगाया था, जिसके चलते पूछताछ के लिए आशा सिंह को थाने बुलाया गया था। थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों महिलाओं के बीच विवाद हुआ और आशा सिंह को चोटें आईं। उन्होंने यह भी कहा कि पैसों के लेन-देन के विवाद की जांच अभी जारी है।
एसपी ने सौंपी जांच
इस पूरे मामले पर सतना के एसपी आशुतोष गुप्ता ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और उन्होंने मामले की जांच सीएसपी (नगर पुलिस अधीक्षक) को सौंप दी है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि एसपी द्वारा सौंपी गई जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और पीड़िता को न्याय मिल पाता है या नहीं।